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NSO द्वारा 25वीं तिमाही बुलेटिन PLFS: भारत की शहरी बेरोजगारी दर Q3FY25 में मामूली रूप से घटकर 6.4% हो गई

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Unemployment rate dips to 6-4% in Oct-Dec 2024, labour market sees steady gains

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के तहत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने 25थ क्वार्टरली बुलेटिन ऑफ द पीरियोडिक लेबर फाॅर्स सर्वे (PLFS) लॉन्च किया, जो वित्तीय वर्ष (FY) 2024-25 के लिए अक्टूबर-दिसंबर 2024 (Q3) की अवधि के लिए डेटा प्रस्तुत करता है।

  • आंकड़ों के अनुसार, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (CWS) में भारत की शहरी बेरोजगारी दर (UR) Q3 FY25 के दौरान Q3 FY24 के दौरान 6.5% से घटकर 6.4% हो गई।
  • 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों में UR Q3 FY24 और Q3 FY25 के दौरान 5.8% पर स्थिर रहा और 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में UR Q3 FY25 के 8.6% से घटकर Q3 FY25 में 8.1% हो गया।

नोट:

i.UR को श्रम बल में व्यक्तियों के बीच बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।

ii.सर्वे की तारीख से पहले के अंतिम 7 दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित गतिविधि की स्थिति को व्यक्ति के CWS के रूप में जाना जाता है।

मुख्य निष्कर्ष:

लेबर फाॅर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR): LFPR को जनसंख्या में श्रम बल (यानी काम करने वाले या काम की तलाश करने वाले या काम के लिए उपलब्ध) में व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।

i.शहरी क्षेत्रों में कुल LFPR (15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए) Q3 FY24 में 49.9% से बढ़कर Q3 FY25 में 50.4% हो गई।

ii.पुरुष LFPR 74.1% से बढ़कर 75.4% हो गया, और शहरी क्षेत्रों में महिला LFPR 25.0% से थोड़ा बढ़कर 25.2% हो गई, जो समग्र रूप से बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है।

  • श्रमिक जनसंख्या अनुपात (WPR): WPR को जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।

i.15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच शहरी क्षेत्रों के लिए समग्र WPR, Q3 FY25 में 47.2% से बढ़कर Q3 FY24 में 46.6% हो गया।

ii.पुरुष WPR 69.8% से बढ़कर 70.9% हो गया, जो पुरुष रोजगार में वृद्धि को दर्शाता है और महिला WPR भी 22.9% से बढ़कर 23.2% हो गई है।

  • CWS में श्रमिकों को रोजगार में उनकी स्थिति के अनुसार 3 व्यापक श्रेणियों: स्व-नियोजित, नियमित वेतन/वेतनभोगी कर्मचारी और आकस्मिक श्रमिक में वर्गीकृत किया गया है।

PLFS फील्डवर्क (Q3FY25):

i.Q3 FY25 के लिए, सर्वे में भारत भर के शहरी क्षेत्रों में 5,742 FSU (शहरी फ्रेम सर्वे से घुमावदार शहरी नमूना इकाइयाँ) शामिल थे।

ii.सर्वे किए गए शहरी परिवारों की संख्या 45,074 थी और शहरी क्षेत्रों में सर्वे किए गए व्यक्तियों की संख्या 1,70,487 थी।

  • शहरी फ्रेम सर्वे ब्लॉक (UFS) PLFS के लिए शहरी क्षेत्रों में FSU के रूप में ली जाने वाली सबसे छोटी क्षेत्र इकाइयाँ हैं।

पीरियोडिक लेबर फाॅर्स सर्वे (PLFS) के बारे में:

NSO ने अधिक लगातार अंतराल पर श्रम बल डेटा प्रदान करने के लिए अप्रैल 2017 में PLFS लॉन्च किया। इसके उद्देश्यों में शामिल हैं:

i.CWS के तहत हर 3 महीने में शहरी क्षेत्रों में LFPR, WPR और UR जैसे प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान लगाया।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के बारे में:

राज्य मंत्री (MoS) (स्वतंत्र प्रभार (IC))- राव इंद्रजीत सिंह (निर्वाचन क्षेत्र: गुड़गांव, हरियाणा)