Current Affairs PDF

MoE ने AISHE2020-21 जारी किया: उच्च शिक्षा में नामांकन बढ़कर 4.14 करोड़ हुआ

AffairsCloud YouTube Channel - Click Here

AffairsCloud APP Click Here

Ministry of Education releases All India Survey on Higher Education 2020 - 202129 जनवरी, 2023 को शिक्षा मंत्रालय (MoE) ने ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन (AISHE) 2020-2021 जारी किया।

  • AISHE 2020-21 11वां वार्षिक सर्वेक्षण था और पहला सर्वेक्षण वेब डेटा कैप्चर फॉर्मेट (Web DCF) के माध्यम से पूरी तरह से ऑनलाइन डेटा संग्रह प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जा रहा था, जिसे डिपार्टमेंट ऑफ़ हायर एजुकेशन और नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) द्वारा विकसित किया गया था।
  • रिपोर्ट aishe.gov.in पोर्टल में सूचीबद्ध हायर एजुकेशन इंस्टिटूशन्स (HEIs) द्वारा स्वेच्छा से अपलोड किए गए डेटा पर आधारित है।

AISHE 2020-21 की मुख्य विशेषताएं:

i.AISHE 2020-21 में कुल 1,113 विश्वविद्यालय, 43,796 कॉलेज और 11,296 स्टैंड अलोन इंस्टिटूशन्स पंजीकृत किए गए थे।

ii.AISHE 2020-21 के तहत पहली बार उच्च शिक्षा के सभी प्रमुख हितधारकों, जैसे यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन, ऑल इंडिया कॉउन्सिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन, मेडिकल कॉउन्सिल ऑफ इंडिया के साथ-साथ राज्य सरकारों ने डेटा संग्रह अभ्यास में भाग लिया।

a.उच्च शिक्षा में नामांकन:

i.2019-20 से 7.5% और 2014-15 से 21% की वृद्धि के साथ  2020-21 में उच्च शिक्षा में कुल छात्रों का नामांकन 2019-20 में 3.85 करोड़ से बढ़कर लगभग 4.14 करोड़ (पहली बार 4 करोड़ का आंकड़ा पार कर) हो गया।

ii.उच्च शिक्षा में कुल 2.12 करोड़ (51.3%) पुरुष और 2.01 करोड़ (48.7%) महिला छात्रों का नामांकन हुआ।

iii.2020-21 में 18-23 वर्ष आयु वर्ग के लिए उच्च शिक्षा में ग्रोस एनरोलमेंट रेश्यो (GER) 27.3 होने का अनुमान है, जबकि 2019-20 में यह 25.6 था।

iv.जेंडर पैरिटी इंडेक्स (GPI) यानी महिला GER का पुरुष GER से अनुपात 2017-18 में 1 से बढ़कर 2020-21 में 1.05 हो गया है।

v.छात्र नामांकन के मामले में शीर्ष 6 राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान हैं।

v.छात्रों का नामांकन:

  • 2019-20 में 56.57 लाख की तुलना में अनुसूचित जाति के छात्रों का नामांकन 58.95 लाख है।
  • सडुलड ट्राइब(ST) के छात्रों का नामांकन 2019-20 में 21.6 लाख से बढ़कर 2020-21 में 24.1 लाख हो गया है। 2014-15 से ST छात्र नामांकन में 47.00% की वृद्धि हुई है।
  • अदर बैकवार्ड क्लास  (OBC) के छात्रों का नामांकन भी 2020-21 में 6 लाख से बढ़कर 1.48 करोड़ हो गया, जो 2019-20 में 1.42 करोड़ था।
  • 2014-15 में 9.36 लाख की तुलना में 2020-21 में उत्तर पूर्व राज्यों में कुल छात्र नामांकन 12.06 लाख है।
  • कुल नामांकन में से 55.5 लाख छात्र साइंस स्ट्रीम में नामांकित हैं।
  • सरकारी विश्वविद्यालयों (कुल का 59%) नामांकन के 73.1% में योगदान करते हैं और सरकारी कॉलेज (कुल का 21.4%) नामांकन के 34.5% में योगदान देते हैं।

vi.वर्ष 2014-15 से 2020-21 के दौरान इंस्टीटूट्स ऑफ़ नेशनल इम्पोर्टेन्स (INIs) के नामांकन में लगभग 61% की वृद्धि हुई है।

b.संस्थानों की संख्या

i.यूनिवर्सिटीज :

  • 2019-20 में 1,043 से 2020-21 में विश्वविद्यालयों की संख्या 70 से बढ़कर 1,113 हो गई। 2014-15 से, 353 विश्वविद्यालयों (46.4%) की वृद्धि हुई है।
  • महिलाओं के लिए विशेष रूप से 17 विश्वविद्यालय हैं (2014-15 में यह 11 थे)।

ii.कॉलेज:

  • 2020-21 में कॉलेजों की संख्या 1453 बढ़कर 43,796 हो गई है, जो 2019-20 में 42,343 थी।
  • विशेष रूप से महिलाओं के लिए 4375 कॉलेज (10.5%) हैं, जबकि पुरुषों के लिए केवल 72 कॉलेज (0.2%) हैं।
  •  कॉलेज डेंसिटी  i.e.अखिल भारतीय औसत 31 (2014-15 में यह लगभग 27 था) की तुलना में प्रति लाख पात्र जनसंख्या (18-23 वर्ष की आयु वर्ग में जनसंख्या) में कॉलेजों की संख्या बिहार में 8 से कर्नाटक में 62 से भिन्न है।
  • भारत में कॉलेजों की संख्या के मामले में शीर्ष 10 राज्य उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना और केरल हैं, प्रत्येक में प्रति लाख जनसंख्या पर कम से कम 29 या अधिक कॉलेज हैं।
  • जिलों में, सबसे अधिक कॉलेज (1058) बैंगलोर शहरी में स्थित हैं, उसके बाद जयपुर (671) का स्थान है।

नोट – लगभग 43% विश्वविद्यालय और 61.4% कॉलेज ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।

c.आउट-टर्न:

i.2019-20 में 94 लाख के मुकाबले 2020-21 में पास-आउट की कुल संख्या बढ़कर 95.4 लाख हो गई है।

ii.अंडर ग्रेजुएट स्तर: उच्चतम आउट-टर्न 20.5 लाख बैचलर ऑफ आर्ट्स (BA) में है, इसके बाद बैचलर ऑफ साइंस (BSc) में 11.3 लाख है।

iii.पोस्ट-ग्रेजुएट स्तर: मास्टर ऑफ आर्ट्स (M.A.) में सर्वाधिक आउट-टर्न 5.4 लाख है, इसके बाद मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc.) में 2.9 लाख है।

iv.डिप्लोमा में, पास-आउट की कुल संख्या 8.48 लाख है।

v.Ph.D.: 25,550 छात्रों को Ph.D. से सम्मानित किया गया। 2020 के दौरान सबसे अधिक संख्या में Ph.D. विज्ञान में 6,022 और उसके बाद इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में 4,556 पुरस्कार दिए गए।

d.संकाय:

i.शिक्षकों की कुल संख्या 15,51,070 है, जिनमें से लगभग 57.1% पुरुष और 42.9% महिलाएं हैं।

ii.2019-20 के मुकाबले 2020-21 में शिक्षकों की संख्या में 47,914 की बढ़ोतरी हुई है।

iii.प्रति 100 पुरुष शिक्षकों पर 75 महिला शिक्षक हैं।

AISHE के बारे में तथ्य?

i.यह एक सर्वेक्षण है जो MOE द्वारा 2011 से आयोजित किया जा रहा है, ताकि भारत में उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले सभी संस्थानों को कवर किया जा सके।

ii.सर्वेक्षण के तहत छात्र नामांकन, शिक्षक के बारे में डेटा, आधारभूत संरचना की जानकारी और वित्तीय जानकारी के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र की जाएगी।

iii.शैक्षिक विकास के संकेतक जैसे  इंस्टीटूशन डेन्सिटी, ग्रोस एनरोलमेंट रेश्यो, प्यूपिल -टीचर रेश्यो , GPI, आदि की गणना AISHE के माध्यम से एकत्र किए गए आंकड़ों से की जाती है।

iv.AISHE के तहत इंस्टिटूशन्स को निम्नलिखित 3 व्यापक श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है

  • यूनिवर्सिटी एंड यूनिवर्सिटी लेवल इंस्टिटूशन्स
  • कॉलेजेस/इंस्टिटूशन्स
  • स्टैंड -अलोन  इंस्टिटूशन्स (नॉट एफिलिएटेड विद यूनिवर्सिटीज )

हाल के संबंधित समाचार:

टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) ने अपनी एनुअल ग्लोबल एम्प्लॉयबिलिटी यूनिवर्सिटी रैंकिंग एंड सर्वे (GEURS) 2022-2023 का 12वां संस्करण जारी किया, जो HR कंसल्टेंसी इमर्जिंग द्वारा आयोजित किया गया था और THE द्वारा प्रकाशित किया गया था। इसने स्नातक रोजगार के लिए दुनिया के शीर्ष 250 विश्वविद्यालयों में 7 भारतीय विश्वविद्यालयों को शामिल किया।