रक्षा मंत्रालय (MoD) ने लगभग 583 करोड़ रुपये की लागत से इंडियन कोस्ट गार्ड (ICG) के लिए 2 प्रदूषण नियंत्रण जहाजों (PCV) के निर्माण के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। जहाजों को GSL द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित किया जाएगा।
- PCV समुद्र में तेल रिसाव की आपदाओं से निपटने में ICG की मदद करेंगे और पोल्लुशण रिस्पांस (PR) दक्षता को बढ़ाएंगे। इनका उपयोग पूर्वी और पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील अंडमान और निकोबार क्षेत्रों में प्रदूषण प्रतिक्रिया आवश्यकताओं के लिए किया जाएगा।
- अधिग्रहण डिफेन्स एक्वीजीशन प्रोसीजर 2020 (DAP 2020) की ‘बय इंडियन– इंडिजेनोस्ली डिसइंड डेवलप्ड & मैन्युफैक्चर्ड(बय इंडियन -IDDM)‘ श्रेणी के तहत हो रहा है। यह रक्षा पूंजी खरीद की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली श्रेणी है।
- जहाजों की डिलीवरी क्रमशः नवंबर 2024 और मई 2025 तक की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
i.2 नए जहाजों में जहाज पर हेलीकॉप्टरों के संचालन की क्षमता होगी और समुद्री तेल रिसाव को रोकने, पुनर्प्राप्त करने और फैलाने के लिए आधुनिक PR उपकरण से लैस होंगे।
ii.वर्तमान में, भारतीय एक्सक्लूसिव इकनोमिक जोन(EEZ) और आसपास के द्वीपों में समर्पित प्रदूषण निगरानी, तेल रिसाव निगरानी/प्रतिक्रिया संचालन करने के लिए मुंबई(महाराष्ट्र), विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), और पोरबंदर (गुजरात) में ICG के बेड़े में 3 PCV हैं।
iii.अनुबंध स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमता को बढ़ावा देगा और जहाज निर्माण क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ाएगा जिसमें लगभग 200 MSME (माइक्रो, स्माल & मेडियम एंटरप्राइज) विक्रेता शामिल हैं। यह सरकार के आत्म निर्भर भारत अभियान के दृष्टिकोण का भी समर्थन करेगा।
हाल के संबंधित समाचार:
14 दिसंबर, 2020 को, भारतीय तटरक्षक (ICG) ने 5वां और अंतिम अपतटीय गश्ती पोत (OPV) ‘सक्षम’ को वास्को डी गामा, गोवा में पानी में उतारा। OPV का निर्माण गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) द्वारा किया जा रहा है और अक्टूबर 2021 तक ICG को पहुंचाने की उम्मीद है।
मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेन्स (MoD) के बारे में
केंद्रीय मंत्री – राजनाथ सिंह (निर्वाचन क्षेत्र – लखनऊ, UP)
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) – श्रीपाद येसो नाइक (निर्वाचन क्षेत्र – उत्तरी गोवा, गोवा)
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) के बारे में
CMD – कमोडोर BB नागपाली
मुख्यालय – वास्को डी गामा, गोवा