फरवरी 2025 में, गुरुग्राम (हरियाणा) स्थित माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन नेटवर्क (MFIN) इंडिया, जो माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस (MFI) का एक छत्र निकाय है, ने 31 दिसंबर 2025 तक 52ण्ड एडिशन ऑफ माइक्रोमीटर फॉर Q3FY24-25 रिपोर्ट किया। रिपोर्ट से पता चला है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) की तीसरी तिमाही (Q3: अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान माइक्रोफाइनेंस ऋणों का वितरण एक साल पहले की अवधि की तुलना में 35.8% घटकर 22,091 करोड़ रुपये हो गया है।
- 31 दिसंबर, 2024 तक सेक्टर का सकल ऋण पोर्टफोलियो (GLP) 3,85,348 करोड़ रुपये था।
- रिपोर्ट से पता चला है कि माइक्रो-फाइनेंस सेक्टर में कुल ऋण पोर्टफोलियो Q3FY25 के दौरान साल-दर-साल (Y-o-Y) 3.5% घटकर 3.85 ट्रिलियन रुपये हो गया है।
- साथ ही, वितरित किए गए नए ऋणों की संख्या में 29.02% की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।
मुख्य निष्कर्ष:
i.31 दिसंबर 2024 तक, MFI की प्रबंधन के तहत संपत्ति (AUM) 1,42,695 करोड़ रुपये थी, जो कि Q3FY24 के मुकाबले 0.1% और क्रमिक आधार पर 6.5% की कमी को दर्शाती है।
ii.रिपोर्ट के अनुसार, Q3FY25 के दौरान प्रति खाता वितरित औसत ऋण राशि 51,691 करोड़ रुपये थी, जो कि FY24 की इसी तिमाही की तुलना में 15.2% की वृद्धि दर्शाती है।
- साथ ही, इस क्षेत्र के लिए ऋण खातों की संख्या 146 मिलियन (Q3FY24 में) से घटकर 139 मिलियन (Q3FY25 में) हो गई।
iii.रिपोर्ट से पता चला है कि पोर्टफोलियो एट रिस्क (PAR), जिसे 30 दिनों से अधिक के अवैतनिक ऋण के रूप में परिभाषित किया गया है, 31 दिसंबर, 2024 तक घटकर 8.8% हो गया है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 3.5% दर्ज किया गया था।
- MFIN डेटा ने आगे दिखाया कि PAR 2% (Q3FY24 में) से बढ़कर 6.4% (Q3FY25) हो गया है।
iv.रिपोर्ट से पता चला है कि माइक्रोफाइनेंस संस्थानों (NBFC-MFI) के रूप में काम करने वाली गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों को समीक्षाधीन तिमाही में ऋण वित्तपोषण में 12,921 करोड़ रुपये मिले, जो साल-दर-साल (Y-o-Y) 40% से कम है।
- NBFC-MFI को बैंकों से अधिकतम वित्तपोषण प्राप्त हुआ, जिसने कुल उधारी में 79% का योगदान दिया, इसके बाद बाहरी वाणिज्यिक उधार (ECB) (8%) और अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान (FI) (4.3%) का स्थान रहा।
अन्य मुख्य बिंदु:
i.रिपोर्ट के अनुसार, NBFC-MFI के ऋण पोर्टफोलियो में Y-o-Y 3.8% की कमी आई, बैंकों (5.5%) और लघु वित्त बैंकों (SFB) (11%) में कमी आई।
- उपरोक्त वित्तीय संस्थानों (FI) के विपरीत, NBFC ने ऋण में 22.2% की वृद्धि दर्ज की।
ii.रिपोर्ट में बताया गया है कि वितरित ऋण राशि साल-दर-साल 20% घटकर 78,584 रुपये (Q3FY24 में) से 62,817 करोड़ रुपये (Q3FY25 में) हो गई है।
iii.रिपोर्ट से पता चला है कि भौगोलिक कवरेज के संदर्भ में, पूर्व और उत्तर-पूर्व और दक्षिण क्षेत्र कुल माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो का 63% हिस्सा हैं।
iv.दिसंबर 2023 में पंजीकृत 47,374 रुपये और सितंबर 2024 में 50,487 रुपये की तुलना में औसत ऋण आकार बढ़कर 53,350 रुपये (दिसंबर 2024 में) हो गया है।
हाल ही के संबंधित समाचार:
जनवरी 2024 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(2) के तहत भारत में बैंकिंग की प्रवृत्ति और प्रगति पर रिपोर्ट 2023-24 जारी की है।
- भारत में वाणिज्यिक बैंकों की लाभप्रदता 2023-2024 में लगातार छठे वर्ष बढ़ी। बैंकों ने वित्तीय वर्ष (FY) 2024 में 1.4% की संपत्ति पर रिटर्न (RoA) और 14.6% की इक्विटी पर रिटर्न (RoE) देखा, जबकि FY25 की पहली छमाही में लाभप्रदता मजबूत रही।
माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन नेटवर्क (MFIN) इंडिया के बारे में:
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और निदेशक– डॉ. आलोक मिश्रा
मुख्यालय– गुरुग्राम, हरियाणा
स्थापना– 2009