मार्च 2025 में, लोक सभा (LS) सचिवालय ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत ‘संसद भाषिणी‘ नामक एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)-संचालित समाधान विकसित किया जाएगा, जो संसदीय संचालन में बहुभाषी समर्थन और सुव्यवस्थित प्रक्रियाओं के लिए व्यापक इन-हाउस AI समाधान प्रदान करेगा।
- दोनों संस्थाएँ संसदीय कॉर्पस डेटा का उपयोग करके AI उत्पादों/उपकरणों को एकीकृत और सहयोगात्मक रूप से विकसित करने के लिए सहमत हुई हैं।
- समझौता ज्ञापन के अनुसार, LS संसदीय डेटा और संसाधन प्रदान करेगा, जिसका उपयोग AI उपकरण/उत्पादों को सीखने के लिए किया जाएगा, जबकि; भाषिणी (भारत के लिए BHASHa इंटरफ़ेस) अनुवाद क्षमता और तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करेगी।
प्रमुख गणमान्य: LS सचिवालय के संयुक्त सचिव गौरव गोयल ने ओम बिरला, लोक सभा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, MeitY की उपस्थिति में LS (संसद के निचले सदन) की ओर से MoU पर हस्ताक्षर किए।
संसद भाषिणी के अंतर्गत प्रमुख पहल:
i.AI-आधारित अनुवाद: यह विरासती बहस दस्तावेजों, एजेंडा फाइलों और अन्य संसदीय सामग्री का क्षेत्रीय भाषाओं में सुचारू अनुवाद सुनिश्चित करेगा।
ii.संसद वेबसाइट के लिए AI-संचालित चैटबॉट: यह एक अत्याधुनिक इंटरैक्टिव चैटबॉट है जो सदस्यों और अधिकारियों को महत्वपूर्ण प्रक्रियात्मक नियमों और दस्तावेजों को पुनः प्राप्त करने में मार्गदर्शन करेगा।
iii.भाषण से पाठ रूपांतरण और लाइव व्याख्या: यह प्रणाली बोली जाने वाली बहसों को वास्तविक प्रतिलेखन के साथ पाठ में अनुवाद करेगी। यह भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा, इस प्रकार यह सुनिश्चित करेगा कि बहसों को आसानी से रिकॉर्ड किया जा सके, उन तक पहुँचा जा सके और उनका संदर्भ दिया जा सके।
iv.वास्तविक समय प्रतिलेखन के साथ भाषण से भाषण रूपांतरण: यह पहल वास्तविक समय में भाषण रूपांतरण और अनुवाद की अनुमति देगी, यह सुनिश्चित करेगी कि चर्चाएँ और बहसें विभिन्न भाषाओं में तुरंत उपलब्ध हों।
- यह त्वरित निर्णय लेने और बेहतर रिकॉर्ड रखने की सुविधा के लिए लंबी चर्चाओं का स्वचालित सारांश भी प्रदान करेगा।
MeitY और DFI ने SwaYaan पहल के तहत NIDAR लॉन्च किया
मार्च 2025 में, MeitY ने नई दिल्ली (दिल्ली) स्थित ड्रोन फेडरेशन इंडिया (DFI) के साथ साझेदारी में नई दिल्ली, दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक्स निकेतन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ‘स्वयान-मानव संसाधन विकास के लिए मानव रहित विमान प्रणालियों (UAS) में क्षमता निर्माण’ पहल के तहत ड्रोन अनुप्रयोग और अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय नवाचार चुनौती (NIDAR) लॉन्च की।
- MeitY के सचिव कृष्णन ने औपचारिक रूप से इस चुनौती का उद्घाटन किया है, और वेबसाइट और पंजीकरण पोर्टल (https://nidar.org.in/) भी लॉन्च किया है, NIDAR पोस्टर और नियम पुस्तिका जारी की है।
- उन्होंने आगे कहा कि यह चुनौती 2030 तक वैश्विक ड्रोन हब बनने के भारत के दृष्टिकोण में योगदान देगी।
NIDAR के बारे में:
i.इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के छात्रों और शोध समुदायों को दो महत्वपूर्ण डोमेन: आपदा प्रबंधन (स्काउट और ड्रोन वितरित करना) और सटीक कृषि (स्कैन और स्प्रे ड्रोन) में वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए सहयोगी स्वतंत्र ड्रोन विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना और संलग्न करना है।
ii.40 लाख रुपये के नकद पुरस्कार की पेशकश के अलावा, यह चुनौती भारत में अग्रणी ड्रोन कंपनियों के साथ स्टार्टअप इनक्यूबेशन, क्लाउड क्रेडिट, सॉफ्टवेयर समर्थन और इंटर्नशिप के अवसर भी प्रदान करेगी।
SwaYaan पहल के बारे में:
i.जुलाई 2022 में, MeitY ने SwaYaan पहल को मंजूरी दी, जो मुख्य रूप से UAS में मानव संसाधन विकास के लिए क्षमता निर्माण पर केंद्रित है, जिसमें ड्रोन और संबंधित प्रौद्योगिकियां शामिल हैं।
ii.इस पहल का मुख्य लक्ष्य ड्रोन प्रौद्योगिकी में कुशल कार्यबल बनाने के लिए औपचारिक और अनौपचारिक दोनों शैक्षिक कार्यक्रमों को मिलाकर 42,560 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करना है।
iii.इसे भारत के 30 प्रमुख संस्थानों के माध्यम से कार्यान्वित किया जा रहा है: बेंगलुरु (कर्नाटक) स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT), पुणे (महाराष्ट्र) स्थित उन्नत कंप्यूटिंग विकास केंद्र (C–DAC), नई दिल्ली (दिल्ली) स्थित राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT), अन्य।
iv.इस पहल ने 5 प्रमुख कार्य विषयों: ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक्स, गाइडेंस, नेविगेशन & कण्ट्रोल (GNC) एल्गोरिदम सिमुलेशन, एयरोमैकेनिक्स, ड्रोन ऍप्लिकेशन्स, एंड अलाइड UAS टेक्नोलॉजीज को रेखांकित किया है।
- अब तक, इस पहल के तहत, 14,000 से अधिक लाभार्थियों को ड्रोन तकनीक में प्रशिक्षित किया गया है।
ड्रोन फेडरेशन इंडिया (DFI) के बारे में:
यह एक गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी, उद्योग-नेतृत्व वाली संस्था है जो भारत में एक सुरक्षित और स्केलेबल मानव रहित विमानन उद्योग के निर्माण को बढ़ावा देती है।
अध्यक्ष– स्मित शाह
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली
स्थापना– 2017