अक्टूबर 2025 में, भारत सरकार (GoI) ने राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP 2025) के दूसरे संस्करण के विजेताओं की घोषणा की, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में उत्कृष्ट और प्रेरक योगदान के लिए देश का सर्वोच्च सम्मान है।
Exam Hints:
- क्या? राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 के विजेताओं की घोषणा।
- किसके द्वारा? भारत सरकार (GoI)
- उद्देश्य: नवाचार, अनुसंधान और वैज्ञानिक नेतृत्व में उत्कृष्टता को मान्यता प्रदान करना
- पुरस्कार श्रेणियाँ: 4 (विज्ञान रत्न, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा-एसएसबी, विज्ञान टीम)
- शामिल क्षेत्र: 13 वैज्ञानिक क्षेत्र
- आजीवन पुरस्कार: प्रो. जयंत विष्णु नार्लीकर – भौतिकी
- टीम पुरस्कार: CSIR अरोमा मिशन – कृषि विज्ञान
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार के बारे में:
परिचय: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2023 में शुरू किया गया था और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभूतपूर्व अनुसंधान और उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता देने और बढ़ावा देने के लिए पहली बार 2024 में प्रदान किया जाएगा।
मान्यता: इसे भारत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों के लिए सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान माना जाता है।
पुरस्कार क्षेत्र: ये पुरस्कार 13 क्षेत्रों में प्रदान किए जाते हैं, अर्थात् भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग विज्ञान, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और संबद्ध क्षेत्र।
पुरस्कार श्रेणियाँ: RVP 2025 में चार श्रेणियाँ शामिल हैं,
- विज्ञान रत्न (VR): विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में आजीवन उपलब्धि।
- विज्ञान श्री (VS): विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विशिष्ट योगदान।
- विज्ञान युवा – शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB): युवा वैज्ञानिकों (45 वर्ष से कम) द्वारा असाधारण कार्य।
- विज्ञान टीम (VT): तीन या अधिक वैज्ञानिकों वाली टीमों द्वारा उत्कृष्ट सहयोगात्मक योगदान।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 – पुरस्कार विजेता:
विज्ञान रत्न (VR): प्रोफेसर जयंत विष्णु नार्लीकर को भौतिकी, विशेष रूप से खगोल भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञान के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट आजीवन योगदान के लिए मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
विज्ञान श्री पुरस्कार विजेता (VS): आठ प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों को कृषि विज्ञान, परमाणु ऊर्जा, जैविक विज्ञान, रसायन विज्ञान, अभियांत्रिकी विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, गणित एवं कंप्यूटर विज्ञान, और अंतरिक्ष विज्ञान सहित विविध वैज्ञानिक विषयों में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए विज्ञान श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विज्ञान युवा – शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) पुरस्कार विजेता: 2025 में, इस पुरस्कार ने विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट योगदान और अभिनव अनुसंधान के लिए 14 असाधारण युवा वैज्ञानिकों (45 वर्ष से कम) को मान्यता दी।
विज्ञान टीम (VT) पुरस्कार: वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) – अरोमा मिशन टीम को कृषि विज्ञान में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
2025 राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार पुरस्कार विजेताओं की सूची:
| वर्ग | पुरस्कार | Field |
|---|---|---|
| विज्ञान रत्न (VR) | प्रो. जयन्त विष्णु नार्लीकर (मरणोपरान्त) | भौतिकी (खगोल भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञान) |
| विज्ञान श्री (VS) | डॉ. ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह | कृषि विज्ञान |
| डॉ. यूसुफ मोहम्मद शेख | परमाणु ऊर्जा | |
| डॉ. K. थंगराज | जैविक विज्ञान | |
| प्रो. प्रदीप थलप्पिल | रसायन विज्ञान | |
| प्रोफेसर अनिरुद्ध भालचंद्र पंडित | इंजीनियरिंग विज्ञान | |
| डॉ. S. वेंकट मोहन | पर्यावरण विज्ञान | |
| प्रो. महान Mj | गणित & कंप्यूटर विज्ञान | |
| जयन N | अंतरिक्ष विज्ञान & प्रौद्योगिकी | |
| विज्ञान युवा – शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) | डॉ. जगदीस गुप्ता कपुगंती, डॉ. सतेंद्र कुमार मंगरौठिया | कृषि विज्ञान |
| देबरका सेनगुप्ता, डॉ. दीपा अगाशे | जैविक विज्ञान | |
| डॉ. दिब्येंदु दास | रसायन विज्ञान | |
| डॉ. वलीउर रहमान | पृथ्वी विज्ञान | |
| प्रो. अर्काप्रभा बसु | अभियांत्रिकी विज्ञान | |
| प्रो. सब्यसाची मुखर्जी, प्रो. श्वेता प्रेम अग्रवाल | गणित & कंप्यूटर विज्ञान | |
| डॉ. सुरेश कुमार | चिकित्सा | |
| प्रो. अमित कुमार अग्रवाल, प्रो. सुरहुद श्रीकांत मोरे | भौतिकी | |
| अंकुर गर्ग | अंतरिक्ष विज्ञान & प्रौद्योगिकी | |
| प्रो. मोहनशंकर शिवप्रकाशम | प्रौद्योगिकी & नवाचार | |
| विज्ञान टीम (VT) पुरस्कार | वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) सुगंध मिशन टीम | कृषि विज्ञान – सतत खेती एवं सुगंधित फसलें |
हाल ही में संबंधित समाचार:
सितंबर 2025 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग/वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (DSIR/CSIR) की “क्षमता निर्माण और मानव संसाधन विकास (CB&HRD)” योजना को मंजूरी दी।
- यह योजना 15वें वित्त आयोग चक्र (FCC) 2021-22 से 2025-26 की अवधि के लिए 2,277.397 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ स्वीकृत की गई है।
- यह CSIR द्वारा कार्यान्वित की जा रही है और देश भर के सभी R&D संस्थानों, राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों, प्रतिष्ठित संस्थानों और विश्वविद्यालयों को कवर करेगी।




