रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से परमाणु सक्षम सबसोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय‘ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित क्रूज मिसाइल है।
- ‘निर्भय’ को भारत में वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान (ADE) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है जो DRDO के अंतर्गत आता है।
- मिसाइल की मारक क्षमता 1000 किलोमीटर है और यह 0.6 – 0.7 मच की गति तक पहुंचने में सक्षम है।
- यह कई पेलोड ले जाने में सक्षम है और एक ही उड़ान में कई लक्ष्यों को भेद सकता है।
- इसे सभी 3 प्लेटफॉर्म – लैंड, सी और एयर से लॉन्च किया जा सकता है।
प्रमुख बिंदु:
i.निर्भय एक टेरेन हगिंग मिसाइल है, जिससे दुश्मन के राडार द्वारा पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
ii.मिसाइल के मार्गदर्शन, नियंत्रण और नेविगेशन प्रणाली को GPS (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) के साथ स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए रिंग लेजर गायरोस्कोप (RLG) और MEMS-आधारित जड़त्वीय नेविगेशन (INS) के आसपास समरूपित किया गया है।
iii.यह संयुक्त राज्य अमेरिका की टॉमहॉक मिसाइल और पाकिस्तान की बाबर मिसाइल के बराबर है।
हाल के संबंधित समाचार:
12 अक्टूबर, 2020 को DRDO ने ओडिशा की परीक्षण सुविधा से निर्भय क्रूज मिसाइल को लॉन्च किया था, और तकनीकी खराबी के कारण इस मिशन को रोक दिया गया था।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के बारे में:
अध्यक्ष – डॉ G सतीश रेड्डी
मुख्यालय – नई दिल्ली