एक बिजनेस अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर BUSY ने बैंकिंग समाधान के लिए ICICI (इंडस्ट्रियल क्रेडिट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) बैंक के साथ सहयोग किया है।
इस साझेदारी से BUSY उपयोगकर्ताओं को कैसे लाभ होगा?
i.यह एकीकरण BUSY उपयोगकर्ताओं को अपने बैंक स्टेटमेंट को स्वचालित रूप से समेटने, लेखांकन करने, बैंक विवरण प्राप्त करने, भुगतान करने आदि की अनुमति सीधे सॉफ्टवेयर से देगा। इससे उनकी व्यावसायिक क्षमता में सुधार होगा।
ii.अब MSME (माइक्रो, स्माल & मीडियम इंटरप्राइजेज) क्षेत्र के ग्राहक अपने बैंकिंग और अकाउंटिंग को जोड़कर प्रासंगिक बैंकिंग का अनुभव कर सकते हैं, जो केवल बड़ी कंपनियों के लिए उपलब्ध था।
iii.साथ ही, जिन उपयोगकर्ताओं के पास ICICI बैंक चालू खाता नहीं है, वे आसानी से BUSY सॉफ्टवेयर से ही नए के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस साझेदारी से ICICI के ग्राहकों को कैसे फायदा होगा?
ICICI बैंक के चालू खाताधारक अपने बैंक खाते को BUSY अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर से सुरक्षित रूप से जोड़ सकते हैं।
प्रमुख बिंदु:
i.BUSY का उद्देश्य MSME और SME की नियमित व्यावसायिक गतिविधियों को सरल बनाना है। इसलिए यह अपने सॉफ्टवेयर को बैंकों और भुगतान गेटवे के साथ जोड़ रहा है ताकि अपने उपयोगकर्ताओं को सभी व्यावसायिक बैंकिंग जरूरतों को ऑनलाइन संभालने के लिए पहुंच प्रदान की जा सके।
ii.ICICI फ्रंट पर, इस सहयोग का उद्देश्य ‘बैंक प्लगइन्स’ के माध्यम से ‘एकीकृत बैंकिंग‘ की अवधारणा को बढ़ावा देना है जो MSME को एक सामान्य मंच पर चालान संग्रह, भुगतान और स्वचालित समाधान जैसे विभिन्न बैंकिंग कार्यों को करने में सक्षम बनाता है।
हाल के संबंधित समाचार:
02 जून, 2021 को SWIFT के साथ अपनी साझेदारी के बाद, ICICI बैंक ‘SWIFT gpi इंस्टेंट’, सीमा पार से आवक भुगतान की सुविधा नामक सुविधा की पेशकश करने वाला एशिया-प्रशांत में पहला और विश्व स्तर पर दूसरा बैंक बन गया।
BUSY एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर:
स्थापना– 1993
प्रबंध निदेशक (MD)– दिनेश कुमार गुप्ता
अध्यक्ष– हरीश चंदर
मुख्यालय– दिल्ली
ICICI बैंक के बारे में:
स्थापना– 1955 (1994 में शामिल)
मुख्यालय – मुंबई, महाराष्ट्र
प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)– संदीप बख्शी
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