12 जुलाई 2021 को, एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी(APEDA) ने सहकारी समितियों, फार्मर प्रोडूसर ओर्गनइजेशन्स(FPO), भागीदारों और सहयोगियों के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की निर्यात क्षमता का उपयोग करने के लिए नेशनल एग्रीकल्चरल कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (NAFED) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
- निर्यात की सुविधा APEDA द्वारा की जाएगी जबकि NAFED इसे बढ़ावा देगा।
- हितधारकों को बेहतर मूल्य दिलाने के लिए दोनों संस्थाएं कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के हित में गतिविधियों को शुरू करने के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करेंगी।
समझौता ज्ञापन के हस्ताक्षरकर्ता:
डॉ मढ़ैयान अंगमुथु, अध्यक्ष, APEDA और संजीव कुमार चड्ढा, प्रबंध निदेशक, NAFED
समझौता ज्ञापन के प्रमुख क्षेत्र:
i.NAFED के माध्यम से लागू की गई सभी भारत सरकार की योजनाओं के तहत APEDA पंजीकृत निर्यातकों को सहायता प्रदान करना।
ii.निर्यातकों के मुद्दों को संबोधित करना जो उनके विकास में बाधा बन रहे हैं अर्थात, स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी, कौशल, गुणवत्ता वाले उत्पाद और बाजार पहुंच।
iii.कृषि उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार लाने और किसानों को बेहतर मूल्य दिलाने के लिए कृषि उत्पादन में लगी सहकारी समितियों को सहयोग देना।
iv.भारत और विदेशों में आयोजित किए जाने वाले B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस) और B2C (बिजनेस-टू-कंज्यूमर) मेलों सहित वैश्विक व्यापार में किसान सहकारी समितियों की भागीदारी को सुगम बनाना।
v.सहकारी समितियों, सेल्फ-हेल्प ग्रुप्स (SHG) को उनके सामाजिक और पर्यावरणीय अनुपालन और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार कौशल प्रदान करने के लिए सहायता प्रदान करना।
vi.2018 में घोषित केंद्र सरकार की अग्रि एक्सपोर्ट पालिसी (AEP) में अधिसूचित विभिन्न राज्यों में क्लस्टर विकसित करना।
नोट
i.APEDA कृषि में विशेषज्ञता रखने वाले संगठनों और संस्थानों का समन्वय कर रहा है। यह AEP के तहत निर्धारित उद्देश्यों के अनुसार कृषि विकास और इसके निर्यात वृद्धि के लिए प्रासंगिक समाधान भी प्रदान कर रहा है।
- AEP का फोकस ‘किसान केंद्रित दृष्टिकोण‘ का उपयोग करके कृषि निर्यात उन्मुख उत्पादन, निर्यात प्रोत्साहन, किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्ति पर है।
ii.NAFED जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में शहद FPO का एक नेटवर्क बना रहा है। लगभग 65 FPO उत्तर-पश्चिम से उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाले हनी कॉरिडोर का हिस्सा होंगे।
- NAFED का लक्ष्य शहद उत्पादन से जुड़े सभी FPO को नेशनल बीकीपिंग एंड हनी मिशन(NBHM) के तहत लाना है।
हाल के संबंधित समाचार:
7 अप्रैल 2021 को, नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय (MoA&FW), ने नई दिल्ली में NAFED के मधुक्रांति पोर्टल और हनी कॉर्नर्स का शुभारंभ किया। मधुक्रांति पोर्टल NBHM के तहत NBB की एक पहल है।
एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फ़ूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (APEDA) के बारे में:
मूल मंत्रालय– वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय
मुख्यालय– नई दिल्ली
नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) के बारे में:
स्थापना– 1958
मूल मंत्रालय– मिनिस्ट्री ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर (MoA&FW)
अध्यक्ष– डॉ बिजेन्दर सिंह
मुख्यालय– नई दिल्ली