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GoI ने ECMS के तहत 7,172 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 17 परियोजनाओं को मंजूरी दी

नवंबर 2025 में, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने घोषणा की कि भारत सरकार (GoI) ने  इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग स्कीम (ECMS) के तहत दूसरी किश्त के हिस्से के रूप में  लगभग  7,172 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ 17 नई परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य देश के भीतर इलेक्ट्रॉनिक सामानों और उनके घटकों के उत्पादन को बढ़ावा देना है।

  • इन परियोजनाओं की घोषणा नई दिल्ली, दिल्ली में इंडिया सेल्युलर इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) द्वारा आयोजित इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग स्कीम “द फाउंडेशन फॉर ए ग्लोबली कॉम्पिटिटिव इलेक्ट्रॉनिक्स वैल्यू चेन” नामक एक कार्यक्रम के दौरान की गई थी।

Exam Hints:

  • क्या? ECMS के तहत परियोजनाओं की दूसरी किश्त की मंजूरी
  • कुल स्वीकृत परियोजनाएं: 17
  • निवेश: 7,172 करोड़ रुपये
  • द्वारा घोषित: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, MeitY
  • कहां? नई दिल्ली, दिल्ली
  • ECMS के तहत स्वीकृत कुल परियोजनाएं: 24 (17 नवंबर, 2025 तक)
  • राज्यों में ईसीएम इकाइयां: कर्नाटक (5), महाराष्ट्र (3), तमिलनाडु (3), और आंध्र प्रदेश (1), गोवा (1), गुजरात (1), जम्मू-कश्मीर (1), उत्तर प्रदेश (1) और मध्य प्रदेश (1)
  • कवर किए गए घटक: कैमरा मॉड्यूल, कनेक्टर, ऑसिलेटर, बाड़ों, बहु-परत PCB
  • भारत की पहली ऑप्टिकल ट्रांसीवर सुविधाएं: गुजरात (जाबिल सर्किट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) और TN (ज़ेटकेम सप्लाई चेन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड)
  • अन्य लॉन्च: भारत की पहली पीढ़ी की IP-संचालित सिलिकॉन चिप ‘ARKA-GKT1’
  • द्वारा सह-विकसित: साइएंट सेमीकंडक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड. अज़ीमुथ AI के साथ साझेदारी में।

पृष्ठभूमि:

कुल ECMS अनुमोदन: इस घोषणा के साथ, भारत सरकार ने अब  ECMS के तहत 249 परियोजनाओं (1.15 लाख करोड़ रुपये के अपेक्षित निवेश के साथ) में से 12,704 करोड़ रुपये की कुल 24 परियोजनाओं  को मंजूरी दे दी है।

पहली किश्त का विवरण: इन 24 परियोजनाओं में से को अक्टूबर 2025 में ECMS के तहत पहली किश्त के हिस्से के रूप में अनुमोदित किया गया था, जिसमें कुल 5,532 करोड़ रुपये का निवेश था।

स्वीकृत परियोजनाओं का मुख्य विवरण:

अपेक्षित परिणाम: इन नई स्वीकृत परियोजनाओं  से 65,111 करोड़ रुपये  के घटकों के उत्पादन और 11,808 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा  होने की उम्मीद है।

परियोजनाओं का राज्यवार वितरण: MeitY के अनुसार, नई स्वीकृत इकाइयां 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) अर्थात् कर्नाटक (5), महाराष्ट्र (3), तमिलनाडु (3), और शेष 6 इकाइयों यानी आंध्र प्रदेश (AP), गोवा , गुजरात , जम्मू और कश्मीर (जम्मू-कश्मीर), उत्तर प्रदेश (UP) और मध्य प्रदेश (MP) में स्थापित की जाएंगी।

प्रमुख घटक: ECMS की दूसरी किश्त के तहत, स्वीकृत परियोजनाएं विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक घटकों का निर्माण करेंगी जैसे: कैमरा मॉड्यूल, कनेक्टर, ऑसिलेटर, बाड़ों, इन लक्ष्य उत्पादन घटकों में से, मल्टी-लेयर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) को सबसे अधिक निवेश यानी 3,183 करोड़ रुपये का होने की उम्मीद है।

  • इन घटकों का व्यापक रूप से प्रमुख क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है जैसे: स्मार्टफोन, सूचना प्रौद्योगिकी (IT) हार्डवेयर, पहनने योग्य, दूरसंचार, इलेक्ट्रिक वाहन (EV), औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा, चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिक्स और नवीकरणीय ऊर्जा (RE)।

विनिर्माण इकाइयां: भारत की पहली ऑप्टिकल ट्रांसीवर (SFP)  विनिर्माण सुविधाएं  क्रमशः गुजरात और तमिलनाडु में जाबिल सर्किट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और जेटकेम सप्लाई चेन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित की जाएंगी;

  • रेकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड मुख्य रूप से संचार उपकरणों, कंप्यूटर और औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स में सटीक समय अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाने वाले ऑसिलेटर्स के लिए विनिर्माण इकाई स्थापित करेगा;
  • एक्वेस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड लैपटॉप और स्मार्टवॉच के लिए उपयोग किए जाने वाले बाड़ों का उत्पादन करेगा;
  • ASUX सेफ्टी कंपोनेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, यूनो मिंडा लिमिटेड और सिर्मा मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड कैमरा मॉड्यूल के लिए तीन विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करेंगी;
  • TE कनेक्टिविटी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड मूल रूप से इलेक्ट्रॉनिक अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाने वाले कनेक्टर्स का उत्पादन करेगा;
  • मल्टी-लेयर PCB इकाइयां 9 कंपनियों द्वारा स्थापित की जाएंगी: हाई-क्यू इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, सिक्योर सर्किट्स लिमिटेड, जेफ्टैब इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सिएरा सर्किट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, मीना इलेक्ट्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड, एटी एंड एस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, माइक्रोपैक प्राइवेट लिमिटेड और इन्फोपावर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड।
  • इन 9 कंपनियों में से, मीना इलेक्ट्रोटेक जम्मू (J&K) में मल्टी-लेयर PCB इकाई स्थापित करेगी, जो ECMS के तहत केंद्र शासित प्रदेश में अनुमोदित पहली ऐसी परियोजना होगी।

मुख्य अनुमान: MeitY के अनुसार, भारत के इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र के 2030-31 तक विनिर्माण मूल्य में 500 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंचने की उम्मीद है।

भारत की पहली पीढ़ी की IP-संचालित सिलिकॉन चिप ‘ARKA-GKT1’ का लॉन्च:

लॉन्च: कार्यक्रम के दौरान, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने  ‘ARKA-GKT1′ भी लॉन्च किया है,  जो भारत की पहली पीढ़ी (जनरल) इंटेलिजेंट पावर (IP) प्लेटफॉर्म-ऑन-ए-चिप है, जिसे उच्च दक्षता वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और स्मार्ट ऊर्जा अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है।

  • यह आत्मनिर्भरता (आत्मनिर्भरता) की दिशा में भारत के कदमों में एक प्रमुख मील का पत्थर है और सेमीकंडक्टर डिजाइन और तकनीकी नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने की इसकी महत्वाकांक्षाओं को रेखांकित करता है।

द्वारा विकसित: इस नई लॉन्च की गई चिप  को साइएंट सेमीकंडक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया था।अज़ीमुथ AI  के साथ साझेदारी में।

डिजाइन: यह नई चिप अज़ीमुथ के सॉफ्टवेयर-डिफाइंड सिलिकॉन आर्किटेक्चर पर बनाई गई है, जो साइएंट सेमीकंडक्टर्स की मिश्रित-सिग्नल पावर और कम ऊर्जा एप्लिकेशन-विशिष्ट इंटीग्रेटेड सर्किट (ASIC) विशेषज्ञता के साथ एकीकृत है।

महत्व: प्लेटफ़ॉर्म-ऑन-ए-चिप सिलिकॉन चिप (SoC) उन्नत कंप्यूटिंग विधियों, हार्डवेयर त्वरक, पावर-कुशल डिज़ाइन और सुरक्षित सेंसिंग को एक ही चिप में जोड़ती है, जो लागत और जटिलता को कम करते हुए 10 गुना बेहतर प्रदर्शन प्रदान करती है।

अनुप्रयोग: यह स्मार्ट उपयोगिताओं, स्मार्ट शहरों, बैटरी और औद्योगिक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) का समर्थन करता है, जो उत्पाद-संचालित, उच्च प्रदर्शन अर्धचालक पारिस्थितिकी तंत्र की ओर भारत के संक्रमण को दर्शाता है।

इलेक्ट्रॉनिक और IT मंत्रालय (MeitY) के बारे में:
 केंद्रीय मंत्री- अश्विनी वैष्णव (राज्यसभा- ओडिशा)
राज्य मंत्री (MoS) – जितिन प्रसाद (निर्वाचन क्षेत्र- पीलीभीत, उत्तर प्रदेश, UP)