सितंबर 2025 में, प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 1,500 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है, जिसे द्वितीयक स्रोतों से महत्वपूर्ण खनिजों को निकालने और उत्पादन करने के लिए रीसाइक्लिंग क्षमता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन (NCMM) के तहत खान मंत्रालय (MoM) द्वारा प्रबंधित इस नई स्वीकृत योजना का उद्देश्य भारत की घरेलू क्षमता को मजबूत करना और आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन को बढ़ाना है।
Exam Hints:
- क्या? नई प्रोत्साहन योजना को मंजूरी
- द्वारा अनुमोदित: PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल
- कुल परिव्यय: 1,500 करोड़ रुपये
- मंत्रालय: खान मंत्रालय (MoM)
- मिशन: राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन (NCMM)
- उद्देश्य: महत्वपूर्ण खनिज पुनर्चक्रण को बढ़ावा देना
- समय अवधि: 6 वर्ष (FY26 से FY31 तक)
- प्रोत्साहन संरचना: कैपेक्स सब्सिडी (20%) और ओपेक्स सब्सिडी (दूसरे वर्ष में 40% और 5वें वर्ष में 60%)
प्रोत्साहन योजना के मुख्य विवरण:
कार्यकाल: यह नई प्रोत्साहन योजना वित्तीय वर्ष 2025-26 (FY26) से FY31 तक 6 वर्षों की अवधि में चलेगी।
योग्य पशुधन: पात्र पशुधन प्रतिक्रिया e-कचरा, लिथियम-आयन बैटरी (LIB) स्क्रैप, और अन्य श्रेणियों जैसे कि जीवन के अंत के वाहनों से उत्प्रेरक कन्वर्टर्स को कवर करेगी।
लाभार्थी: स्टार्ट-अप सहित स्थापित पुनर्चक्रणकर्ता और नए प्रवेशकर्ता दोनों योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र संस्थाएं होंगी।
- साथ ही, योजना के कुल बजट परिव्यय का 1/3 (33%) छोटी संस्थाओं के लिए आरक्षित है।
क्षमता: इस योजना का उद्देश्य न्यूनतम 270 किलो टन (kt) वार्षिक रीसाइक्लिंग क्षमता स्थापित करना है, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 40 kt महत्वपूर्ण खनिज उत्पादन होगा।
निवेश: इससे लगभग 8,000 करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित करने और लगभग 70,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार सृजित होने का भी अनुमान है।
प्रोत्साहन संरचना:
यह योजना दो प्रकार के प्रोत्साहन प्रदान करती है अर्थात पूंजीगत व्यय (Capex) सब्सिडी और परिचालन व्यय (Opex) सब्सिडी।
कैपेक्स सब्सिडी: इसके तहत, निर्दिष्ट समय अवधि के भीतर उत्पादन शुरू करने वाली इकाइयों के लिए संयंत्र मशीनरी, उपकरण और संबंधित उपयोगिताओं पर 20% पूंजी सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
- समय सीमा को पूरा करने में देरी के मामले में सब्सिडी लाभ कम होगा।
ओपेक्स सब्सिडी: यह सब्सिडी आधार वर्ष (FY26) में वृद्धिशील बिक्री से जुड़ी होगी और दो चरणों में वितरित की जाएगी, दूसरे वर्ष में 40% और शेष 60% 5वें वर्ष में, बिक्री सीमा प्राप्त करने के अधीन।
प्रोत्साहन सीमा:
- बड़ी इकाइयाँ: रु. 50 करोड़ तक (Opex रु. 10 करोड़ पर सीमित).
- छोटी इकाइयाँ: रु. 25 करोड़ तक (Opex रु. 5 करोड़ पर सीमित).
नेशनल क्रिटिकल मिनरल्स मिशन (NCMM) के बारे में:
पृष्ठभूमि: जनवरी 2025 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 16,300 करोड़ रुपए के आवंटन के साथ NCMM को मंज़ूरी दी है, जिसमें 7 वर्षों की अवधि के लिये 34,300 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय की परिकल्पना की गई है।
उद्देश्य: घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना, आयात पर निर्भरता कम करना और महत्त्वपूर्ण खनिजों की खोज और जिम्मेदार सोर्सिंग को बढ़ावा देना।
मुख्य कार्य: NCMM के तहत, भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण (GSI) को 2024-25 से 2030-31 तक 1,200 अन्वेषण परियोजनाओं का संचालन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हाल के संबंधित समाचार:
जून 2025 में, PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने झारखंड के धनबाद के झरिया में झरिया कोलफील्ड में आग, भूमि धंसने और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए 5,940.97 करोड़ रुपए के संशोधित झरिया मास्टर प्लान (JMP) को मंज़ूरी दी है।