1801 में पश्चिम बंगाल के कोलकाता के पास कोसीपोर में भारत की पहली आयुध फैक्ट्री की स्थापना के उपलक्ष्य में 18 मार्च को आयुध निर्माणी बोर्ड (OFB) द्वारा पूरे भारत में आयुध निर्माणी दिवस मनाया जाता है।
- यह दिन भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में भारतीय आयुध कारखानों (IOF) के योगदान को पहचानने और सम्मान देने के लिए समर्पित है।
भारतीय आयुध कारखाने:
i.IOFs रक्षा मंत्रालय (MoD) के रक्षा उत्पादन विभाग (DDP) के तहत कार्यरत एक विशाल औद्योगिक सेटअप है। यह DDP के तहत सबसे पुराना और सबसे बड़ा औद्योगिक सेटअप है।
ii.OFB को अक्सर सेना, नौसेना और वायु सेना के साथ “फोर्थ आर्म ऑफ़ डिफेन्स” कहा जाता है।
iii.आयुध कारखाने भूमि, समुद्र और वायु प्रणालियों के क्षेत्र में व्यापक उत्पाद श्रृंखला के उत्पादन, परीक्षण, रसद, अनुसंधान, विकास और विपणन में लगे हुए हैं।
प्राथमिक उद्देश्य: सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक युद्धक्षेत्र उपकरणों से लैस करने में आत्मनिर्भरता।
इतिहास
i.IOF का इतिहास और विकास सीधे भारत में ब्रिटिश शासन से जुड़ा हुआ है।
ii.1775 में, अंग्रेजों ने फोर्ट विलियम, कोलकाता में आयुध बोर्ड की स्थापना की। यह भारत में सेना आयुध की आधिकारिक शुरुआत का प्रतीक है।
iii.पहली बारूद फैक्ट्री 1787 में ईशापुर में स्थापित की गई थी, जिसका उत्पादन 1791 में शुरू हुआ था (जिस स्थान पर राइफल फैक्ट्री 1904 में स्थापित की गई थी)।
iv.इसके बाद 1801 में कोसीपोर, कोलकाता (वर्तमान में गन एंड शेल फैक्ट्री, कोसीपोर के नाम से जाना जाता है) में एक गन कैरिज एजेंसी की स्थापना की गई और 1802 में उत्पादन शुरू हुआ।
- इनसे भारत में सेना आयुध की शुरुआत हुई।
नोट: 1906 में, भारतीय आयुध कारखानों का प्रशासन ‘आयुध कारखानों के IG’ के रूप में एक अलग प्रभार के अंतर्गत आ गया।
भारतीय आयुध कारखानों का निगमीकरण
i.जून 2021 में, भारत सरकार ने OFB की 41 उत्पादन इकाइयों (आयुध कारखानों) के कार्यों को निगमित करने का निर्णय लिया।
ii.1 अक्टूबर, 2021 से 41 उत्पादन इकाइयों का प्रबंधन, संचालन और रखरखाव 7 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (DPSU) को हस्तांतरित कर दिया गया, अर्थात्:
- म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड; आर्मरड व्हीकल्स निगम लिमिटेड; एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड; ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड; यंत्र इंडिया लिमिटेड; इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड; ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड।
iii.16 जून, 2021 को केंद्रीय मंत्रिमंडल के निर्णय के अनुसरण में, OFB मुख्यालय के प्रतिस्थापन के रूप में 1 अक्टूबर 2021 को एक आयुध निदेशालय (समन्वय और सेवा) (“निदेशालय”) का गठन किया गया था।
प्रमुख बिंदु:
i.IOF 41 कारखानों, 9 प्रशिक्षण संस्थानों, 3 क्षेत्रीय विपणन केंद्रों और 4 क्षेत्रीय सुरक्षा नियंत्रक का एक समूह है।
ii.भारत में 41 IOF को मुख्य उत्पादों या प्रौद्योगिकियों के प्रकार के आधार पर 5 परिचालन प्रभागों में विभाजित किया गया है:
- गोला बारूद और विस्फोटक
- हथियार, वाहन और उपकरण
- सामग्री और घटक
- बख्तरबंद वाहन
- आयुध उपकरण
आयुध निर्माणी बोर्ड (OFB) के बारे में:
महानिदेशक आयुध–सुधीर श्रीवास्तव
मुख्यालय– कोलकाता, पश्चिम बंगाल
स्थापना– 1979