17 जुलाई, 2023 को नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (NITI) आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने NITI आयोग की रिपोर्ट ‘नेशनल मल्टी डिमनशनल पॉवर्टी इंडेक्स (MPI): ए प्रोग्रस रिपोर्ट 2023’ का दूसरा संस्करण जारी किया।
- रिपोर्ट दो सर्वेक्षणों, नेशनल फ़ैमिली हेलथ सर्वे [NFHS-4 (2015-16)] और NFHS-5 (2019-21) के बीच मल्टीडायमेंशनल पॉवर्टी को कम करने में भारत की प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है।
- भारत में मल्टीडायमेंशनली पुअर की संख्या में 9.89 प्रतिशत अंकों की उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जो 2015-16 में 24.85% से बढ़कर 2019-2021 में 14.96% हो गई है।
आकलन:
i.अपनाई गई व्यापक कार्यप्रणाली तकनीकी साझेदारों, ऑक्सफोर्ड पॉवर्टी एंड ह्यूमन डेवलपमेंट इएटिव (OPHI) और यूनाइटेड नेशांस डेवलपमेंट प्रोग्राम (UNDP) द्वारा विकसित अल्किरे-फोस्टर मेथोडॉलजी की वैश्विक पद्धति के अनुरूप है।
ii.नेशनल MPI स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर के तीन समान रूप से भारित आयामों में एक साथ अभावों को मापता है जो 12 सतत विकास लक्ष्यों (SDG) से जुड़े संकेतकों द्वारा दर्शाए जाते हैं।
- इनमें पोषण, बाल और किशोर मृत्यु दर, मातृ स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा के वर्ष, स्कूल में उपस्थिति, खाना पकाने का ईंधन, स्वच्छता, पीने का पानी, बिजली, आवास, संपत्ति और बैंक खाते शामिल हैं।
iii.इसने 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और 707 प्रशासनिक जिलों के लिए अनुमान प्रदान किए हैं।
नोट: यह सूचकांक एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो देश को SDG, विशेष रूप से SDG लक्ष्य 1.2 की दिशा में अपनी प्रगति को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है, जिसका उद्देश्य अपने सभी आयामों में गरीबी को कम करना है।
- इसका पहला संस्करण 2021 में लॉन्च हुआ।
मुख्य विचार:
i.सभी 12 संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
ii.उत्तर प्रदेश (UP) में पुअर यानी 3.43 करोड़ लोगों की संख्या में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
iii.मल्टीडायमेंशनली पुअर के अनुपात में सबसे तेज़ कमी UP, बिहार, मध्य प्रदेश (MP), ओडिशा और राजस्थान राज्यों में देखी गई।
iv.हालाँकि, बिहार, झारखंड, मेघालय, UP और MP (कमी के बाद भी) उस चार्ट में शीर्ष पर हैं जहां कुल आबादी का प्रतिशत मल्टीडायमेंशनली पुअर है।
v.केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ दिल्ली, केरल, गोवा और तमिलनाडु में मल्टीडायमेंशनल पॉवर्टी का सामना करने वाले लोगों की संख्या सबसे कम है।
vi.ग्रामीण क्षेत्रों में पॉवर्टी में सबसे तेज़ गिरावट देखी गई, जो 2015-16 में 32.59% से घटकर 2019-21 में 19.28% हो गई।
vii.इसी अवधि के दौरान, शहरी क्षेत्रों में पॉवर्टी में 8.65% से 5.27% की कमी देखी गई।
viii.2015-16 और 2019-21 के बीच, MPI मूल्य 0.117 से लगभग आधा होकर 0.066 हो गया है और पॉवर्टी की तीव्रता 47% से घटकर 44% हो गई है।
ix.यह गिरावट सतत और समान विकास सुनिश्चित करने और 2030 तक गरीबी उन्मूलन पर केंद्र सरकार के रणनीतिक फोकस को दर्शाती है।इसमें पोषण अभियान और एनीमिया मुक्त भारत, स्वच्छ भारत मिशन (SBM), जल जीवन मिशन (JJM), प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY), सौभाग्य, प्रधान मंत्री आवास योजना (PMAY), प्रधान मंत्री जन धन योजना (PMJDY) समग्र शिक्षा, जैसे अन्य प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं।
हाल के संबंधित समाचार:
i.13 अप्रैल, 2023 को अटल इनोवेशन मिशन (AIM), आयोग और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (Mo&FWH) ने अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) को कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (ATMA) के साथ जोड़ने पर क्रियाशील सहमति व्यक्त की।
ii.आयोग ने “प्रोमोटिंग मिलेट्स इन डाइट्स:बेस्ट प्रैक्टिसेज अक्रॉस स्टेट्स/UT इंडिया” शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की, जो बाजरा मूल्य श्रृंखला के विभिन्न पहलुओं में राज्य सरकारों और संगठनों द्वारा अपनाई गई अच्छी और नवीन प्रथाओं का एक संग्रह प्रस्तुत करती है।
नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (NITI) आयोग के बारे में:
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)– B.V.R. सुब्रमण्यम
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली