सार्वजनिक जागरूकता पैदा करने और भारत को प्रोटीन के स्वास्थ्य लाभों के बारे में शिक्षित करने के लिए 27 फरवरी को पूरे भारत में राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
27 फरवरी 2022 को भारत में तीसरा राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस मनाया जाता है।
- राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस 2022 का विषय “फ़ूड फ्युचरिज़्म” है।
महत्व:
2022 का विषय का उद्देश्य खाद्य विज्ञान की मूल बातों को पहचानना और समझना, खाद्य पर्याप्तता के लिए हानिकारक मिथकों को दूर करना और प्रोटीन पर्याप्त भविष्य प्राप्त करने के महत्व को उजागर करना है।
पृष्ठभूमि:
i.भारतीय आहार में प्रोटीन के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए भारत के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियान ‘राइट टू प्रोटीन’ द्वारा भारत में राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस शुरू किया गया था।
ii.पहला राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस 27 फरवरी 2020 को मनाया गया।
नोट:
विश्व स्तर पर कई देश 27 फरवरी को राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस के रूप में मान्यता देते हैं।
प्रमुख बिंदु:
i.इंडियन मार्केट रिसर्च ब्यूरो (IMRB) की 2015 की एक रिपोर्ट के अनुसार “वयस्क भारतीयों के आहार में प्रोटीन की खपत” ने सुझाव दिया कि भारतीयों में प्रोटीन की कमी 80% से अधिक है।
ii.राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण 2011-12 ने शहरी (4%) और ग्रामीण (11%) दोनों क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति प्रोटीन खपत में गिरावट का संकेत दिया।
iii.राइट टू प्रोटीन्स प्रोटीन पैराडॉक्स अध्ययन में कहा गया है कि लगभग 95% भारतीय माताएं प्रोटीन को मैक्रो-पोषक तत्व के रूप में जानती हैं, लेकिन केवल 3% ही वास्तव में इसके महत्वपूर्ण कार्यों को समझती हैं और इसका सेवन करती हैं।