केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने दुनिया भर में जलवायु कार्रवाई, उत्सर्जन में असमानता, ऊर्जा और संसाधन खपत में समानता का आकलन करने के लिए एक ऑनलाइन डैशबोर्ड- “क्लाइमेट इक्विटी मॉनिटर” (CME) लॉन्च किया है। इसे संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन, COP26 (कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टिज) 2021 में ग्लासगो (यूनाइटेड किंगडम) में लॉन्च किया गया था।
- वेबसाइट में जलवायु वित्त, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और अनुकूलन जैसी प्रमुख विशेषताएं शामिल हैं।
- वेबसाइट तक पहुंचने के लिए URL https://climateequitymonitor.in है।
उद्देश्य
UNFCCC (जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन) के अंतर्गत अनुबंध-I दलों (विकसित देशों) के प्रदर्शन की निगरानी निम्नलिखित के आधार पर करना,
ii.जलवायु सम्मेलन के मूलभूत सिद्धांत पर,
ii.सामान्य लेकिन विभेदित जिम्मेदारियों और संबंधित क्षमताओं (CBDR-RC) का सिद्धांत पर।
मुख्य विशेषताएँ
i.क्लाइमेट मॉनिटर इक्विटी (CME) UNFCCC के गैर-अनुलग्नक-I दलों (विकासशील देशों) के प्रदर्शन और नीतियों की निगरानी भी करेगा।
ii.यह विश्लेषण जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) द्वारा रेखांकित संचयी उत्सर्जन और कार्बन बजट पर आधारित होगा।
iii.वैश्विक कार्बन बजट की समान साझेदारी मौलिक हिस्सेदारी के सिद्धांत हैं जिसके मूल्यांकन को दिखाने के लिए एक वेबसाइट प्रदान की जाएगी।
क्लाइमेट मॉनिटर इक्विटी (CME) क्या है?
ii.CME डैशबोर्ड को MS स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (MSSRF) चेन्नई (तमिलनाडु) में जलवायु परिवर्तन समूह; और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज (NIAS) बेंगलुरु (कर्नाटक) में प्राकृतिक विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग और अन्य स्वतंत्र शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किया गया है।
ii.यह जलवायु कार्रवाई, उत्सर्जन में असमानता आदि में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हिस्सेदारी का आकलन करने पर केंद्रित है।
iii.CME बिना किसी भेदभाव के दुनिया की जलवायु नीतियों को संबोधित करेगा।
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन या COP26 2021 के बारे में:
COP26 के अध्यक्ष – आलोक शर्मा
स्थान– ग्लासगो, स्कॉटलैंड (यूनाइटेड किंगडम)
आयोजित- UK और इटली द्वारा