भारतीय वायु सेना (IAF) दिवस (IAF स्थापना दिवस) 8 अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश साम्राज्य की सहायक वायु सेना भारतीय वायु सेना (IAF) की स्थापना के उपलक्ष्य में पूरे भारत में प्रतिवर्ष 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत और उसके लोगों की सुरक्षा के लिए IAF के योगदान को दर्शाता है।
- 8 अक्टूबर 2024 को 92वाँ IAF दिवस या 92वाँ IAF स्थापना दिवस मनाया जाएगा।
- 92वें IAF दिवस का विषय “भारतीय वायु सेना – सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर” (पोटेंट, पावरफुल, एंड सेल्फ–रिलायेंट) है।
पृष्ठभूमि:
i.भारतीय वायुसेना (IAF) की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को रॉयल इंडियन एयर फ़ोर्स (RIAF) के नाम से ब्रिटिश रॉयल एयर फ़ोर्स के एक भाग के रूप में की गई थी।
ii.पहली आधिकारिक उड़ान 1 अप्रैल 1933 को रॉयल एयर फ़ोर्स के 6 प्रशिक्षित अधिकारियों और 19 हवाई सिपाहियों के साथ हुई थी।
iii.RIAF का नाम बदलकर 1947 में IAF कर दिया गया। यह अब भारतीय सशस्त्र बलों की चार शाखाओं में से एक है।
2024 के कार्यक्रम:
i.92वें IAF दिवस को 6 से 8 अक्टूबर 2024 तक वायु सेना स्टेशन, तांबरम, चेन्नई, तमिलनाडु में मनाया गया। इस समारोह में एयर शो, परेड और ‘आत्मनिर्भरता’ के विचार को दर्शाने वाले स्थिर प्रदर्शन शामिल थे।
ii.एयर शो का आयोजन “भारतीय वायु सेना – सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर” (पोटेंट, पावरफुल, एंड सेल्फ-रिलायेंट) विषय के तहत किया गया।
- विषय में आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए IAF के अटूट समर्पण को दर्शाया गया है।
मुख्य विचार:
i.परेड की शुरुआत राष्ट्रपति ध्वज के मार्चिंग-इन के साथ हुई, जो गर्व, एकता, शक्ति और एस्प्रिट-डी-कॉर्प का प्रतीक है। परेड के बाद हवाई प्रदर्शन किया गया।
ii.स्थैतिक प्रदर्शन में ALH Mk-4, C-295 परिवहन विमान, आकाश मिसाइल रक्षा प्रणाली, HTT-40 और रोहिणी रडार जैसे अत्याधुनिक उपकरण शामिल थे।
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भारतीय वायु सेना (IAF) के बारे में:
वायुसेना प्रमुख (CAS)– एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह
आदर्श वाक्य– टच द स्काई विथ ग्लोरी (Nabhah Sparsam Diptam – नभः स्पृशं दीप्तम्)
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली
स्थापना– 1932