सेंट्रल रिजर्व पुलिस फाॅर्स (CRPF) वलौर डे, जिसे शौर्य दिवस के रूप में भी जाना जाता है, 9 अप्रैल को पाकिस्तान सेना के खिलाफ 1965 के युद्ध के दौरान CRPF कर्मियों की वीरता को मनाने के लिए पूरे भारत में मनाया जाता है।
इस दिन का उद्देश्य CRPF के कर्मियों का सम्मान करना और ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले कर्मियों को श्रद्धांजलि देना है।
- 9 अप्रैल 2023 को 58वां CRPF शौर्य दिवस मनाया जा रहा है।
शौर्य दिवस का इतिहास:
i.9 अप्रैल 1965 को, CRPF की दूसरी बटालियन की टुकड़ी ने गुजरात के कच्छ के रण में सरदार पोस्ट पर पाकिस्तानी ब्रिगेड के खिलाफ लड़ाई लड़ी और 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया और 4 को जिंदा पकड़ लिया।
ii.इस संघर्ष के दौरान, CRPF के 6 कर्मियों ने शहादत प्राप्त की।
iii.CRPF के बहादुर पुरुषों की वीरता को श्रद्धांजलि के रूप में, हर साल 9 अप्रैल को CRPF में “शौर्य दिवस” के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम :
i.58 वें CRPF शौर्य दिवस के अवसर पर, CRPF के महानिदेशक सुजॉय लाल थाउसेन ने शौर्य ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट, वसंतकुंज, नई दिल्ली, दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शहीद हुए नायकों और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
ii.उन्होंने देश के दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई में साहस और वीरता दिखाने वाले CRPF अधिकारियों को 27 वीरता पदक भी प्रदान किए।
iii.उन्होंने सरदार पोस्ट बैटल के जीवित दिग्गज किशन सिंह को भी सम्मानित किया।
CRPF का इतिहास:
i.CRPF, सबसे पुराने केंद्रीय अर्धसैनिक फोर्सेज में से एक है, जिसका गठन 27 जुलाई 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में किया गया था।
ii.स्वतंत्रता (1947) के बाद, 28 दिसंबर, 1949 को संसद के एक अधिनियम द्वारा फाॅर्स का नाम बदलकर सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फाॅर्स कर दिया गया। इस अधिनियम ने भारत के आर्म्ड फाॅर्स के रूप में CRPF का गठन किया।
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फाॅर्स (CRPF ) के बारे में:
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फाॅर्स(CRPF) आंतरिक सुरक्षा के लिए भारत संघ का प्रमुख केंद्रीय पुलिस फाॅर्स है।
महानिदेशक– डॉ सुजॉय लाल थाउसेन
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली