भारत के प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने 30 अगस्त 2024 को महाराष्ट्र के मुंबई और पालघर का दौरा किया।
अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (GFF) 2024 में भाग लिया और पालघर के CIDCO ग्राउंड में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
PM के महाराष्ट्र दौरे की मुख्य बातें
PM ने महाराष्ट्र के पालघर में वधावन बंदरगाह की आधारशिला रखी
PM मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर जिले के दहानू शहर के पास वधावन बंदरगाह की आधारशिला रखी। इस परियोजना का अनुमानित बजट लगभग 76,000 करोड़ रुपये है।
- इस परियोजना का उद्देश्य एक विश्व स्तरीय समुद्री प्रवेश द्वार स्थापित करना है जो बड़े कंटेनर जहाजों की सेवा करके, गहरे ड्राफ्ट की सुविधा प्रदान करके और अत्यंत-बड़े मालवाहक जहाजों को समायोजित करके भारत के व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।
प्रमुख लोग:
इस कार्यक्रम के दौरान एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (CM), CP राधाकृष्णन, महाराष्ट्र के राज्यपाल, देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार, महाराष्ट्र के उप CM और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय (MoPS&W) मौजूद थे।
पृष्ठभूमि:
i.जून 2024 में, PM मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत के 13वें प्रमुख बंदरगाह के रूप में वधावन बंदरगाह के विकास को मंजूरी दी।
ii.16 अगस्त 2024 को, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रस्तावित वधावन बंदरगाह को राष्ट्रीय राजमार्ग (NH)-48 से जोड़ने वाली 32 km लंबी सड़क को मंजूरी दी।
वधावन बंदरगाह के बारे में:
i.यह भारत के सबसे बड़े गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक होगा। इसे हर मौसम में काम आने वाले ग्रीनफील्ड डीप ड्राफ्ट प्रमुख बंदरगाह के रूप में विकसित किया जाएगा और यह अंतरराष्ट्रीय नौवहन मार्गों को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे पारगमन समय और लागत दोनों में कमी आएगी।
ii.इसका निर्माण जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (JNPA) और महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड (MMB) द्वारा गठित एक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) वधावन बंदरगाह परियोजना लिमिटेड (VPPL) द्वारा किया जाएगा, जिसमें क्रमशः 74% और 26% की हिस्सेदारी होगी।
iii.प्रस्तावित वधावन बंदरगाह अत्याधुनिक तकनीक और बुनियादी ढांचे से लैस होगा।
iv.इसमें गहरे बर्थ, कुशल मालवाहन प्रबंधन सुविधाएं और आधुनिक बंदरगाह प्रबंधन प्रणाली होगी।
महत्व:
i.इससे 12 लाख रोजगार के अवसर पैदा होने, स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलने और क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान मिलने की उम्मीद है।
ii.वधावन बंदरगाह परियोजना में पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और कड़े पारिस्थितिक मानकों का पालन करने के मुख्य उद्देश्य के साथ सतत विकास प्रथाएँ शामिल हैं।
- इसके अलावा, बंदरगाह भारत की समुद्री कनेक्टिविटी को बढ़ाने और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा।
PM ने 218 मत्स्य परियोजनाओं का उद्घाटन & शिलान्यास किया
PM मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में लगभग 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इसका उद्देश्य पूरे भारत में मत्स्य पालन क्षेत्र, बुनियादी ढांचे और उत्पादकता को मजबूत करना है।
- इन पहलों से मत्स्य पालन क्षेत्र में 5 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
मत्स्य पालन क्षेत्र के लिये अन्य महत्त्वपूर्ण पहलें:
i.PM मोदी ने लगभग 360 करोड़ रुपये के कुल बजट परिव्यय के साथ जलयान संचार और समर्थन प्रणाली के राष्ट्रीय रोल आउट का भी शुभारंभ किया।
- इस पहल के तहत, 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) में मशीनीकृत और मोटर चालित मछली पकड़ने वाली नौकाओं पर चरणबद्ध तरीके से 1 लाख ट्रांसपोंडर स्थापित किए जाएंगे।
- पोत संचार और समर्थन प्रणाली भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित एक तकनीक है। यह मछुआरों के समुद्र में रहने के दौरान दो-तरफा संचार स्थापित करने में मदद करेगा और हमारे मछुआरों की सुरक्षा को बचाने में भी मदद करेगा।
ii.PM अन्य पहलों का उद्घाटन किया जिसमें मछली पकड़ने के बंदरगाहों और एकीकृत एक्वापार्कों का विकास शामिल था, उनके साथ-साथ, उन्नत तकनीकों जैसे कि रीसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम और बायोफ्लॉक को अपनाना भी शुरू किया गया था।
- इन परियोजनाओं को विभिन्न राज्यों में लागू किया जाएगा ताकि मछली उत्पादन बढ़ाने, फसल कटाई के बाद के प्रबंधन में सुधार और मत्स्य पालन क्षेत्र में शामिल लाखों लोगों के लिए स्थायी आजीविका बनाने के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा और उच्च गुणवत्ता वाले इनपुट प्रदान किए जा सकें।
iii.उन्होंने महत्वपूर्ण मत्स्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं जैसे: मछली पकड़ने के बंदरगाहों, मछली लैंडिंग केंद्रों और मछली बाजारों के निर्माण का विकास, उन्नयन और आधुनिकीकरण के लिए आधारशिला भी रखी।
PM मोदी ने मुंबई में 5वें ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल को संबोधित किया
PM मोदी ने मुंबई, महाराष्ट्र में जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित 5वें ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल (GFF 2024) में एक विशेष सत्र को संबोधित किया।
थीम GFF 2024: ” ब्लूप्रिंट फॉर द नेक्स्ट डिकेड ऑफ फाइनेंस: रेस्पोंसिबल आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) | इंक्लूसिव | रेसिलिएंट”।
i.28 से 30 अगस्त 2024 तक आयोजित GFF 2024 का आयोजन संयुक्त रूप से पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI), नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल (FCC) द्वारा किया गया था।
ii.इस आयोजन में 300 सत्रों में भारत और विभिन्न अन्य देशों के नीति निर्माताओं, नियामकों, वरिष्ठ बैंकरों सहित लगभग 800 वक्ताओं की भागीदारी देखी गई।
महाराष्ट्र के बारे में:
मुख्यमंत्री (CM) – एकनाथ शिंदे
राज्यपाल– CP राधाकृष्णन,
राष्ट्रीय उद्यान (NP) -संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (NP), चंदौली NP