छात्रों के बीच पढ़ने को प्रोत्साहित करने के लिए 19 जून को प्रतिवर्ष पूरे भारत में राष्ट्रीय पठन दिवस मनाया जाता है। यह दिन पुथुवायिल नारायण पणिकर (P.N.पनिकर) की पुण्यतिथि का भी प्रतीक है, जिन्हें “केरल के पुस्तकालय आंदोलन के पिता“ के रूप में जाना जाता था।
19 जून 2021, 26वें राष्ट्रीय पठन दिवस के उत्सव का प्रतीक है।
- राष्ट्रीय पठन दिवस, पठन सप्ताह और पठन माह P.N. पनिकर फाउंडेशन, तिरुवनंतपुरम, केरल द्वारा मनाया जाता है।
पठन सप्ताह और पठन माह:
भारत राष्ट्रीय पठन दिवस (19 जून) के अगले सप्ताह (19 से 25 जून) को पठन सप्ताह के रूप में मनाएगा और 19 जून से 18 जुलाई को पठन माह के रूप में मनाया जाएगा।
- केरल सरकार और भारत सरकार ने NITI आयोग के माध्यम से P.N. पनिकर फाउंडेशन और P.N. पनिकर विज्ञान विकास केंद्र को राष्ट्रीय रीडिंग या डिजिटल रीडिंग मंथ समारोह आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
पृष्ठभूमि:
i.राष्ट्रीय पठन दिवस की शुरुआत 1996 में केरल सरकार ने P.N. पनिकर फाउंडेशन के साथ मिलकर की थी।
ii.पहला राष्ट्रीय पठन दिवस 19 जून 1996 को मनाया गया, P.N पनिकर का पहला वार्षिक स्मरण दिवस।
P.N. पनिकर के प्रयास:
i.P.N. पनिकर को गैर-औपचारिक शिक्षा आंदोलनों जैसे केरल एसोसिएशन फॉर नॉन-फॉर्मल एजुकेशन एंड डेवलपमेंट (KANFED) और साक्षरता अभियानों जैसे टोटल लिटरेसी 1986 के लिए जाना जाता है।
ii.उन्होंने केरल ग्रैंडशाला संगम (केरल स्टेट लाइब्रेरी काउंसिल) की स्थापना में एक प्रमुख भूमिका निभाई और 1977 तक 32 वर्षों तक संघम के महासचिव के रूप में कार्य किया।
iii.केरल ग्रैंडशाला संगम ने 1975 में यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल आर्गेनाइजेशन (UNESCO) से “कृपसकाया पुरस्कार“ जीता।
iv.P.N. पनिकर फाउंडेशन 2002 में इंटरनेट सुविधा के साथ ग्रामीण जनता के बीच ई-रीडिंग को लोकप्रिय बनाने वाला देश का पहला संगठन था।
P.N. पनिकर फाउंडेशन के बारे में:
P.N. पनिकर फाउंडेशन, P.N. पनिकर विज्ञान विकास केंद्र की मातृ संस्था, P.N. पनिकर की 84 वीं जयंती के दौरान न्यायमूर्ति VR कृष्णा अय्यर की अध्यक्षता में स्थापित की गई थी।
मुख्यालय– तिरुवनंतपुरम, केरल