10 जुलाई 1957 को भारतीय मेजर कार्प्स में प्रेरित प्रजनन का सफलतापूर्वक प्रदर्शन करने वाले वैज्ञानिकों – डॉ K. H. अलीकुन्ही और डॉ हीरालाल चौधरी की याद में 10 जुलाई को पूरे भारत में राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस मनाया जाता है।
यह दिन लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए मछली उत्पादन में मछली किसानों के योगदान और प्रयासों को भी मान्यता देता है।
- भारत ने 10 जुलाई 2021 को 21वां राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस मनाया।
मत्स्य पालन विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (NFDB) ने 21वां राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस वस्तुतः मनाया।
- इस दिन को राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (NFDB) स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
- वर्ष 2021 15वें NFDB स्थापना दिवस का प्रतीक है।
पृष्ठभूमि:
i.2001 में, भारत सरकार ने घोषणा की कि 2001 से शुरू होकर हर साल 10 जुलाई को राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
ii.10 जुलाई 2001 को पहला मत्स्य किसान दिवस भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)-केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान (CIFE), मुंबई द्वारा मनाया गया, जो भारत में मत्स्य पालन शिक्षा संस्थान का प्रमुख संस्थान है।
नीली क्रांति:
ii.भारत में नीली क्रांति की शुरुआत डॉ. H L चौधरी द्वारा कटक, ओडिशा में केंद्रीय अंतर्देशीय मत्स्य अनुसंधान संस्थान (CIFRI) (अब सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर (CIFA), भुवनेश्वर) के पूर्ववर्ती ‘तालाब कृषि प्रभाग’ के प्रमुख डॉ. K.H. अलीकुन्ही के मार्गदर्शन में प्रेरित प्रजनन की तकनीक हाइपोफिज़ेशन के माध्यम से बीज उत्पादन तकनीक के विकास के साथ हुई थी।
ii.10 जुलाई 1957 को ओडिशा के अंगुल में प्रेरित प्रजनन में पहली सफलता हासिल की गई थी।
NFDB आभासी आयोजन 2021:
मुख्य लोग:
i.पुरुषोत्तम रूपाला, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री ने L. मुरुगन, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री, मत्स्य पालन विभाग और NFDB के अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया।
ii.मत्स्य किसानों, जल-उद्यमियों और मछुआरों, पेशेवरों, अधिकारियों और पूरे भारत के वैज्ञानिकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
मुख्य विशेषताएं:
ii.केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने घरेलू मछली की खपत पर लघु गीत लॉन्च किया और घरेलू मछली की खपत पर टैगलाइन और स्लोगन प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की।
ii.मंत्रियों ने भारत भर के प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) और NFDB योजनाओं के लाभार्थियों के साथ भी बातचीत की।
प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के बारे में:
i.प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) सितंबर 2020 में भारत में मत्स्य पालन क्षेत्र के केंद्रित और इसके सतत विकास कार्यान्वयन के लिए 20,050 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ शुरू की गई एक प्रमुख योजना है।
ii.PMMSY को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वित्त वर्ष 2020-21 से वित्त वर्ष 2024-25 तक 5 वर्षों के लिए लागू किया जाएगा।
राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (NFDB) के बारे में:
मुख्य कार्यकारी- डॉ सुवर्णा चंद्रप्पागरी
मुख्यालय– हैदराबाद, तेलंगाना
स्थापना – 2006