यूनाइटेड नेशंस एनवीरोंमेंट प्रोग्राम(UNEP) और वेस्ट & रिसोर्सेज एक्शन प्रोग्राम(WRAP) द्वारा संकलित ‘फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2021’ के अनुसार, पाया गया कि 2019 में लगभग 931 मिलियन टन (1.03 बिलियन टन) खाद्य अपशिष्ट उत्पन्न हुआ। यह विश्व स्तर पर उत्पादित 17% भोजन के बराबर है।
i.इस कचरे का 61% घरों में, 26% खाद्य सेवा से और 13% खुदरा से उत्पन्न होता था।
ii.वैश्विक स्तर पर, प्रति वर्ष 74 किग्रा प्रति व्यक्ति भोजन बर्बाद होता है।
iii.भारत में प्रति व्यक्ति भोजन अपव्यय 50 किलोग्राम (घरेलू स्तर पर) है।
iv.2015 सतत विकास लक्ष्य (SDG) 12.3 का उद्देश्य 2030 तक खाद्य अपशिष्ट को कम करना और भोजन की हानि को कम करना है।
प्रमुख बिंदु
i.दक्षिण एशियाई, यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी देशों की तुलना में प्रति व्यक्ति भोजन अपव्यय पश्चिम एशियाई और उप-सहारा अफ्रीकी देशों में अधिक है।
ii.ग्लोबल ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन (GHG) का 8-10% उन खाद्य पदार्थों से जुड़ा होता है जिनका सेवन नहीं किया जाता है।
FAO की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, 2019 में लगभग 690 मिलियन लोग भूख से प्रभावित थे और 3 बिलियन लोग स्वास्थ्य आहार का खर्च उठाने में असमर्थ थे।
दक्षिण एशिया में प्रति व्यक्ति खाद्य अपशिष्ट का अनुमान
अफगानिस्तान में 82 किग्रा
नेपाल में 79 किग्रा
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हाल के संबंधित समाचार:
29 सितंबर, 2020 को पहला “इंटरनेशनल डे ऑफ अवेयरनेस ऑफ फूड लॉस एंड वेस्ट (IDAFLW)” मनाया गया। खाद्य हानि और अपशिष्ट 2020 के जागरूकता के अंतर्राष्ट्रीय दिवस का थीम है “भोजन की हानि और बर्बादी को रोकें। लोगों के लिए। ग्रह के लिए”।
यूनाइटेड नेशंस एनवीरोंमेंट प्रोग्राम (UNEP) के बारे में:
कार्यकारी निदेशक – इंगर एंडरसन
मुख्यालय – नैरोबी, केन्या
WRAP (वेस्ट & रिसोर्सेज एक्शन प्रोग्राम) के बारे में:
अध्यक्ष– जूली हिल
मुख्यालय– बानबरी, यूनाइटेड किंगडम