‘प्रधान मंत्री आवास योजना- ग्रामीण’ (PMAY-G) के शुभारंभ के उपलक्ष्य में 20 नवंबर को वार्षिक रूप से ‘आवास दिवस’ मनाया गया है। इसका उद्देश्य ‘2022 तक सभी के लिए आवास’ प्रदान करना है।
प्रधान मंत्री आवास योजना- ग्रामीण (PMAY-G) के बारे में:
i.इंदिरा आवास योजना (IAY), एक ग्रामीण आवास कार्यक्रम जनवरी 1996 में प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान शुरू किया गया था।
ii.IAY को 1 अप्रैल 2016 से PMAY-G के रूप में पुनर्गठित किया गया।
PMAY-G का शुभारंभ
i.20 नवंबर, 2016 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत आगरा, उत्तर प्रदेश में PMAY-G का शुभारंभ किया था।
लक्ष्य:
- मार्च 2022 के अंत तक सभी ग्रामीण परिवारों, जो बेघर हैं या कच्चे या जीर्ण-शीर्ण घरों में रह रहे हैं, उनको मूलभूत सुविधाओं के साथ पक्का घर उपलब्ध कराना।
- गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के ग्रामीण लोगों को आवासीय इकाइयों के निर्माण और वर्तमान अनुपयोगी कच्चे मकानों के उन्नयन में पूर्ण अनुदान के रूप में सहायता प्रदान करने में मदद करना।
ii.इसमें 2022 तक 2.95 करोड़ PMAY-G घरों को पूरा करने की परिकल्पना की गई है।
लाभार्थी: अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लोग, मुक्त बंधुआ मजदूर और गैर-SC/ST वर्ग, विधवा या कर्त्तव्य में बलिदान हुए रक्षा कर्मियों के परिजन, पूर्व सैनिक और अर्धसैनिक बलों के सेवानिवृत्त सदस्य, विकलांग व्यक्ति और अल्पसंख्यक।
लाभार्थियों का चयन:
तीन चरणों के सत्यापन के माध्यम से – 1. सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011, 2. ग्राम सभा, 3. जियो-टैगिंग।
लागत साझा करना:
इकाई सहायता की लागत मैदानी क्षेत्रों में 60:40 और उत्तर पूर्वी और पहाड़ी राज्यों के लिए 90:10 के अनुपात में केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझा की जाती है।
ग्रामीण विकास मंत्रालय के बारे में:
केंद्रीय मंत्री- गिरिराज सिंह (बेगूसराय, बिहार)
राज्य मंत्री– फग्गनसिंह कुलस्ते, साध्वी निरंजन ज्योति