149वीं अंतर-संसदीय संघ (IPU) सभा 13 से 17 अक्टूबर 2024 तक जिनेवा, स्विटजरलैंड में आयोजित की गई। IPU सभा में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल (IPD) का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया।
नोट: अगली सभा उज्बेकिस्तान द्वारा ताशकंद में आयोजित की जाएगी और यह 5 से 9 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जाएगी।
विषय:
149वीं IPU सभा का समग्र विषय “हारनेसिंग साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन (STI) फॉर ए मोर पीसफुल एंड सस्टेनेबल फ्यूचर” था।
भागीदारी:
गवर्निंग काउंसिल, स्थायी समितियाँ, सांसदों के मानवाधिकारों और मध्य पूर्व प्रश्नों पर समितियाँ, और महिला सांसदों का मंच और युवा सांसदों का मंच सहित सभी IPU वैधानिक निकाय सभा के दौरान मिलते हैं।
ध्यान देने योग्य बिंदु:
i.सभा ने आपातकालीन मद और लोकतंत्र और मानवाधिकारों पर स्थायी समिति द्वारा उठाए गए विषय मद पर संकल्पों को अपनाया, जिसका शीर्षक द इम्पैक्ट ऑफ आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस ऑन डेमोक्रेसी, ह्यूमन राइट्स एंड द रूल ऑफ लॉ था।
ii.सभा ने सामान्य बहस के समग्र विषय पर एक परिणाम दस्तावेज को अपनाने का भी समापन किया।
iii.सभा ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नैतिकता पर नए IPU चार्टर को भी अपनाया, जिसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर IPU के कार्य समूह द्वारा विकसित किया गया है।
IPU सभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल:
i.ओम बिरला के नेतृत्व में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल (IPD) में हरिवंश, उपसभापति, राज्यसभा; भर्तृहरि महताब, संसद सदस्य (MP); अनुराग सिंह ठाकुर, MP; राजीव शुक्ला, MP; विष्णु दयाल राम, MP; अपराजिता सारंगी, MP; डॉ. सस्मित पात्रा, MP; ममता मोहंता, MP; उत्पल कुमार सिंह, महासचिव, लोकसभा और प्रमोद चंद्र मोदी, महासचिव, राज्यसभा शामिल थे।
ii.ओम बिरला ने बहुपक्षवाद को बढ़ावा देने के लिए भारत के प्रयासों और वैश्विक चुनौतियों को नियंत्रित करने में संसदीय संवाद के महत्व पर प्रकाश डाला।
iii.उन्होंने जलवायु परिवर्तन के संबंध में भारत की वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड पहल का उल्लेख किया।
- इसके अलावा, उन्होंने अक्षय ऊर्जा क्षमता में भारत की उल्लेखनीय वृद्धि पर जोर दिया।
iv.इसके अलावा, उन्होंने 118 यूनिकॉर्न के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप राष्ट्र होने का उल्लेख किया, जिसका मूल्यांकन 355 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है और सार्वजनिक सेवाओं के वितरण के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में इसकी उत्कृष्टता है।
149वीं IPU सभा की मुख्य बातें
i.सभा ने आपातकालीन आइटम पर एक प्रस्ताव पारित किया जिसका शीर्षक – रिस्पांस बाय पार्लियामेंटेरियनस टू द अर्जेंट प्ली बाय द UN सेक्रेटरी–जनरल टू रिकमित टू मल्टी लेटरलिस्म फॉर ग्लोबल पीस, जस्टिस, एंड सस्टेनेबिलिटी था।
ii.IPU की चार स्थायी समितियों की रिपोर्ट जिन्होंने शांति और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा, सतत विकास, लोकतंत्र और मानवाधिकार, और संयुक्त राष्ट्र मामलों को संबोधित किया – को भी अपनाया गया।
iii.डॉ. सस्मित पात्रा, MP द्वारा सह-प्रारूपित संकल्प – द इम्पैक्ट ऑफ आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस ऑन डेमोक्रेसी, ह्यूमन राइट्स, एंड द रूल ऑफ लॉ को भी IPU द्वारा अपनाया गया था। यह संकल्प संसदों को AI तकनीक के जिम्मेदार निर्माण, तैनाती और उपयोग को नियंत्रित करने वाले मजबूत कानूनी ढांचे और नीतियों को विकसित करने का सुझाव देता है।
जमैका IPU का 181वाँ सदस्य बना:
i.IPU ने जिनेवा में 149वीं IPU सभा में जमैका की संसद का अपने 181वें सदस्य के रूप में स्वागत किया,
- जमैका इससे पहले 1983 से 1996 तक IPU का सदस्य रहा था।
ii.अब तक, IPU में 180 सदस्य संसद और 15 सहयोगी सदस्य थे। सदस्यों में चीन, भारत और इंडोनेशिया जैसे बड़े देशों के साथ-साथ काबो वर्डे, सैन मैरिनो और पलाऊ जैसे छोटे देशों की संसदें शामिल हैं।
अंतर–संसदीय संघ (IPU) के बारे में
i.अंतर-संसदीय संघ राष्ट्रीय संसदों का एक वैश्विक संगठन है जिसकी स्थापना 1889 में हुई थी।
ii.IPU संसदीय कूटनीति प्रदान करता है और संसदों और सांसदों को दुनिया भर में शांति, लोकतंत्र और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है।
अध्यक्ष – तुलिया एक्सन
महासचिव – मार्टिन चुंगोंग
मुख्यालय – जिनेवा, स्विटजरलैंड