प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च, 2024 को गुजरात की यात्रा की। अपनी यात्रा के दौरान, PM ने गुजरात में 1 लाख करोड़ से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया।
PM की गुजरात यात्रा की मुख्य विशेषताएं
PM ने गुजरात में 1 लाख करोड़ से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया
प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च, 2024 को अहमदाबाद, गुजरात में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के संचालन नियंत्रण केंद्र (OCC) में 1,06,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और आधारशिला रखी।
रेलवे क्षेत्रों से संबंधित परियोजनाएँ:
PM मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में 85,000 करोड़ रुपये की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं का अनावरण किया। इन परियोजनाओं में शामिल हैं:
i.उन्होंने रेलवे वर्कशॉप, लोको शेड, पिट लाइन या कोचिंग डिपो की आधारशिला रखी।
ii.उन्होंने फलटन को बारामती से जोड़ने वाली नई रेल लाइन की आधारशिला रखी।
iii.इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम का उन्नयन कार्य किया।
iv.PM ने पूर्वी DFC के न्यू खुर्जा से साहनेवाल खंड के बीच 401 RKM लंबे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) के दो नए खंड राष्ट्र को समर्पित किए।
- पश्चिमी DFC का न्यू मकरपुरा से न्यू घोलवड खंड (244 रूट किलोमीटर (RKM))।
- पश्चिमी DFC का संचालन नियंत्रण केंद्र अहमदाबाद, गुजरात में है।
v.PM ने DFC पर विभिन्न स्थानों: न्यू खुर्जा जंक्शन, साहनेवाल, न्यू रेवाड़ी, न्यू किशनगढ़, न्यू घोलवड और न्यू मकरपुरा से फ्रेट ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई।
vi.PM ने रेलवे स्टेशनों पर 50 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किए।
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रों के बारे में:
ये जनऔषधि केंद्र प्रधान मंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) के तहत स्थापित किए गए हैं, जिसे 2008 में रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा लॉन्च किया गया था।
उद्देश्य: जनऔषधि केंद्रों की स्थापना का प्राथमिक उद्देश्य लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराना है।
जनऔषधि केंद्रों की निगरानी फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (PMBI) द्वारा की जाती है।
vii.PM ने 51 गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनलों का भी उद्घाटन किया। ये टर्मिनल परिवहन के विभिन्न तरीकों के बीच माल की आवाजाही को सरल बनाएंगे।
viii.PM ने 80 खंडों में 1045 RKM आटोमेटिक सिग्नलिंग का अनावरण किया। साथ ही, उन्होंने 2646 स्टेशनों पर रेलवे स्टेशनों की डिजिटल कंट्रोलिंग भी राष्ट्र को समर्पित की।
- इससे ट्रेनों की परिचालन दक्षता और सुरक्षा में सुधार होगा।
ix.PM ने 35 रेल कोच रेस्टॉरेंट राष्ट्र को समर्पित किए। इसका उद्देश्य यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना और रेलवे के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करना है।
x.PM ने 1500 से अधिक वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल का उद्घाटन किया। ये स्टॉल स्थानीय प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देंगे और स्थानीय कारीगरों और व्यवसायों के लिए आय उत्पन्न करेंगे।
PM द्वारा शुरू की गई अन्य प्रमुख परियोजनाएँ:
i.PM ने 975 स्थानों पर सौर ऊर्जा स्टेशन/भवन राष्ट्र को समर्पित किए। इससे भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को बढ़ावा मिलेगा और रेलवे के कार्बन पदचिह्न को कम करने में मदद मिलेगी।
ii.PM ने गुजरात और महाराष्ट्र में 400 करोड़ रुपये की लागत वाले एकता मॉल की आधारशिला रखी।
- ये मॉल भारतीय हस्तशिल्प, हथकरघा, पारंपरिक और ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) प्रोडक्ट्स की समृद्ध और विविध विरासत का समर्थन करेंगे।
PM ने 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई
अपनी गुजरात यात्रा के दौरान, PM ने 12 मार्च, 2024 को 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। ये नई शुरू की गई वंदे भारत ट्रेनें हैं:
i.अहमदाबाद- मुंबई सेंट्रल (महाराष्ट्र)
ii.सिकंदराबाद (तेलंगाना) – विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश)
iii.मैसूरु (कर्नाटक) – डॉ. MGR सेंट्रल (चेन्नई) (तमिलनाडु)
iv.पटना (बिहार)-लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
v.न्यू जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल)-पटना
vi.पुरी (ओडिशा)-विशाखापत्तनम
vii.लखनऊ-देहरादून (उत्तराखंड)
viii.कालबुर्गी (कर्नाटक) – सर M. विश्वेश्वरैया टर्मिनल बेंगलुरु (कर्नाटक)
ix.रांची (झारखंड)-वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
x.खजुराहो (मध्य प्रदेश)- दिल्ली (निज़ामुद्दीन)
PM ने 4 वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार को भी हरी झंडी दिखाई:
i.अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत का विस्तार द्वारका (गुजरात) तक है
ii.अजमेर (राजस्थान)- दिल्ली सराय रोहिल्ला वंदे भारत का विस्तार चंडीगढ़ तक है
iii.गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)-लखनऊ वंदे भारत का विस्तार प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) तक किया जा रहा है।
iv.तिरुवनंतपुरम (केरल)- कासरगोड वंदे भारत का विस्तार मंगलुरु (कर्नाटक) तक किया जा रहा है।
- उन्होंने आसनसोल (पश्चिम बंगाल) और हटिया (झारखंड), तिरूपति (आंध्र प्रदेश) और कोल्लम (केरल) स्टेशनों के बीच दो नई यात्री ट्रेनों का भी उद्घाटन किया।
नोट: पहली वंदे भारत ट्रेन को सितंबर, 2022 में हरी झंडी दिखाई गई थी, जो मुंबई-अहमदाबाद-गांधीनगर को जोड़ती थी।
- वर्तमान में, भारतीय रेलवे 41 वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाएं संचालित करता है जो राज्यों को ब्रॉड गेज (BG) इलेक्ट्रिफाइड नेटवर्क से जोड़ता है। अब तक यह 24 राज्यों और 256 जिलों को कवर कर चुका है।
PM ने गुजरात में पेट्रोकेमिकल्स काम्प्लेक्स ऑफ पेट्रोनेट LNG की आधारशिला रखी
PM नरेंद्र मोदी ने गुजरात के दहेज में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की पेट्रोकेमिकल्स काम्प्लेक्स ऑफ पेट्रोनेट LNG (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) की आधारशिला रखी।
i.इस कॉम्प्लेक्स में 20,600 करोड़ रुपये मूल्य की ईथेन और प्रोपेन हैंडलिंग सुविधाएं शामिल हैं। इससे भारत में हाइड्रोजन उत्पादन और पॉलीप्रोपाइलीन की मांग को बढ़ावा मिलेगा।
ii.पेट्रोकेमिकल्स काम्प्लेक्स ऑफ पेट्रोनेट LNG रणनीतिक रूप से मौजूदा LNG पुनर्गैसीकरण टर्मिनल के पास स्थित है। इससे परियोजना के पूंजीगत व्यय और परिचालन लागत दोनों में महत्वपूर्ण लागत बचत होगी।
PM ने कोचरब आश्रम का उद्घाटन किया और गांधी आश्रम स्मारक के मास्टर प्लान का शुभारंभ किया
PM नरेंद्र मोदी ने पुनर्विकसित कोचरब आश्रम का उद्घाटन किया और साबरमती आश्रम, अहमदाबाद, गुजरात में गांधी आश्रम स्मारक के मास्टर प्लान का शुभारंभ किया।
नोट: कोचरब आश्रम पहला आश्रम था जिसे महात्मा गांधी ने 1915 में दक्षिण अफ्रीका से वापस आने के बाद स्थापित किया था। इसे गुजरात विद्यापीठ द्वारा एक स्मारक और पर्यटक स्थल के रूप में संरक्षित किया गया है।
गांधी आश्रम स्मारक के मास्टर प्लान के बारे में:
i.परियोजना का मुख्य फोकस वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए महात्मा गांधी की शिक्षाओं और दर्शन को पुनर्जीवित करना है।
ii.परियोजना में मौजूदा 5 एकड़ भूमि को 55 एकड़ तक विस्तारित करने की योजना है।
iii.इसमें मौजूदा 36 इमारतों को बहाल करने का प्रस्ताव है, जिनमें से 20 इमारतों जिनमें “हृदय कुंज” शामिल है, जो गांधी के निवास के रूप में काम करती थी, को संरक्षित किया जाएगा।
PM ने गुजरात में मारुति सुजुकी की भारत की पहली ऑटोमोबाइल इन-प्लांट रेलवे साइडिंग परियोजना का उद्घाटन किया
PM नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च, 2024 को अहमदाबाद, गुजरात से मारुति सुजुकी की भारत की पहली ऑटोमोबाइल इन-प्लांट रेलवे साइडिंग परियोजना का विर्चुअलि उद्घाटन किया। यह गुजरात के मेहसाणा जिले के हंसलपुर में स्थित है।
प्रमुख बिंदु:
i.यह परियोजना प्रधान मंत्री गति शक्ति मिशन के तहत G–RIDE (गुजरात-रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन), GIDC (गुजरात इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन) और MSIL (मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड) की साझेदारी में विकसित की गई है।
नोट: GRIDE गुजरात सरकार और रेल मंत्रालय का एक संयुक्त उद्यम है।
ii.परियोजना 976 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई है।
- इसका उद्देश्य MSIL को ट्रेन द्वारा 3 लाख तैयार कारों को भेजने और परिवहन करने में मदद करना है।
iii.MSIL प्लांट को बेचराजी रेलवे स्टेशन से जोड़ने के लिए 2.5 km लंबे नए रेल ट्रैक का निर्माण किया गया है।
iii.बहुचराजी प्लांट के भीतर रेलवे लाइन का निर्माण पूरी तरह से मारुति सुजुकी द्वारा 105 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था।
गुजरात के बारे में:
मुख्यमंत्री (CM): भूपेन्द्र रजनीकांत पटेल
राज्यपाल: आचार्य देवव्रत
राजधानी: गांधीनगर
राष्ट्रीय उद्यान (N.P.): गिर राष्ट्रीय उद्यान, समुद्री राष्ट्रीय उद्यान