स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण(SBM-G) चरण 2 के तहत जल शक्ति मंत्रालय वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 40,700 करोड़ रुपये के निवेश के माध्यम से सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट (SLWM) व्यवस्थाओं को प्राप्त करने के लिए लगभग 2 लाख गांवों का समर्थन करने के लिए तैयार है।
- उद्देश्य– SBM (G) चरण 2 का उद्देश्य ODF स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करके और गांवों में SLWM व्यवस्था सुनिश्चित करके गांवों में व्यापक स्वच्छता प्राप्त करना है।(इसे खुले में शौच मुक्त प्लस स्थिति – ODF प्लस स्थिति भी कहा जाता है)
वित्तीय विवरण
INR 40, 700 करोड़ का निवेश नीचे साझा किया जाएगा
- केंद्र 14,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा और राज्य सरकार 8300 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
- 15वें वित्त आयोग के माध्यम से करीब 12,730 करोड़ रुपये का कोष बनाया जाएगा।
- महात्मा गाँधी नेशनल रूरल एम्प्लॉयमेंट गारंटी स्कीम(MGNREGS) के साथ अभिसरण के माध्यम से INR 4,100 करोड़।
- राज्यों द्वारा बिजनेस मॉडल, कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) और अन्य योजनाओं जैसे अन्य स्रोतों के माध्यम से लगभग 1500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
कार्य योजना
i.SBM-G चरण 2 के तहत,
- लगभग 50 लाख इंडिविजुअल हाउसहोल्ड टॉयलेट्स(IHHL), 1 लाख सामुदायिक शौचालय, भारत के 2400 ब्लॉकों में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयां, 386 जिलों में गोवर्धन परियोजनाएं, 250 से अधिक जिलों में मल कीचड़ प्रबंधन व्यवस्था प्रदान करके 2 लाख से अधिक गांवों के लिए लक्षित सहायता का निर्माण किया जाना है।
ii.NSSC ने राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों की वार्षिक कार्यान्वयन योजना को मंजूरी दी
जल शक्ति मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में SBM-G के नेशनल स्कीम सैंक्शनिंग कमिटी(NSSC) ने स्वच्छता के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की एनुअल इम्प्लीमेंटेशन प्लान (AIP) को मंजूरी दी।
- प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ने योजना को लागू करने के लिए अपना स्वयं का AIP विकसित किया है।
- NSSC में ग्रामीण विकास मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के प्रतिनिधि, क्षेत्र के विशेषज्ञों के अलावा राज्य सरकारों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
- यह राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के AIP की समीक्षा करता है और स्वच्छता के लिए निर्धारित 15वीं वित्त निधि के प्रभावी उपयोग पर जोर देता है।
स्वच्छ भारत मिशन (SBM)
i.इसे भारत सरकार द्वारा 2014 में खुले में शौच को खत्म करने और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार के लिए शुरू किया गया था।
ii.SBM का फेज-1 अक्टूबर 2019 तक चला, जबकि फेज-2 2020-21 और 2024-25 के बीच इम्प्लीमेंटेशन स्टेज में है।
iii.मिशन को दो भागों में बांटा गया है – ग्रामीण और शहरी
- SBM-ग्रामीण को पेयजल और स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित और निगरानी की जाती है।
- SBM-शहरी की देखरेख आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा की जाती है।
iv.SBM मिशन का कार्यान्वयन ग्रामीण स्थानीय निकायों द्वारा किया जाता है।
हाल के संबंधित समाचार:
1 मार्च 2021 को, दुर्गा शंकर मिश्रा, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) के सचिव ने नई दिल्ली में वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 (SS2021)’ (शहरी) के छठे संस्करण के लिए क्षेत्र मूल्यांकन का शुभारंभ किया। इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण कहा जाता है।
जल शक्ति मंत्रालय के बारे में
केंद्रीय मंत्री– गजेंद्र सिंह शेखावत (जोधपुर, राजस्थान)
राज्य मंत्री– रतन लाल कटारिया (अंबाला, हरियाणा)