श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके (AKD) ने 15 से 17 दिसंबर, 2024 तक भारत की यात्रा की, जो श्रीलंका के राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों के बाद उनकी पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा थी। उनके साथ श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ और वित्त उप मंत्री अनिल जयंता फर्नांडो भी थे। यह यात्रा भारतीय प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर की गई थी।
- यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति दिसानायके ने भारतीय PM नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ आपसी हित के विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
- उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच निवेश और वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से नई दिल्ली (दिल्ली) में एक व्यापारिक कार्यक्रम में भी भाग लिया और बोधगया (बिहार) का भी यात्रा किया।
यात्रा के मुख्य आकर्षण:
MoU और समझौते:
भारत और श्रीलंका ने नई दिल्ली (दिल्ली) में श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके और PM नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में दोहरे कराधान, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण पर दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
i.दोहरे कराधान पर समझौते में संशोधन करने वाला प्रोटोकॉल: दोहरे कराधान से बचने और आयकर से संबंधित वित्तीय चोरी को रोकने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
- प्रतिनिधि: विजिता हेराथ (विदेश मामलों, विदेशी रोजगार & पर्यटन मंत्री, श्रीलंका) और सुब्रह्मण्यम जयशंकर (भारत के विदेश मंत्री)।
ii.सिविल सेवकों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर MoU: राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (NCGG), भारत सरकार (GoI) और श्रीलंका विकास प्रशासन संस्थान (SLIDA), श्रीलंका के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए, जो श्रीलंकाई सिविल सेवकों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर केंद्रित है।
- प्रतिनिधि: क्षेनुका सेनेविरत्ने (भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त) और विक्रम मिस्री (भारत के विदेश सचिव)।
भारत–श्रीलंका संयुक्त वक्तव्य:
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने PM नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर “फोस्टरिंग पार्टनरशिप्स फॉर ए शेयर्ड फ्यूचर” शीर्षक से एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया, जिसमें ऊर्जा साझेदारी से लेकर क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग तक कई तरह की सहयोगी पहलों की रूपरेखा दी गई।
i.छात्रों के लिए वित्तीय सहायता: श्रीलंका में जाफना विश्वविद्यालय और पूर्वी विश्वविद्यालय से प्रतिवर्ष 100 नए छात्रों को उनके शैक्षणिक पाठ्यक्रम पूरा होने तक सहायता देने के लिए एक वित्तीय सहायता योजना प्रदान की गई।
- इस पहल का उद्देश्य श्रीलंका में छात्रों के लिए शैक्षिक अवसरों को बढ़ाना है, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।
ii.सिग्नलिंग परियोजना के लिए अनुदान सहायता: श्रीलंका में रेलवे लाइन के महो-अनुराधापुरा खंड पर सिग्नलिंग परियोजना के लिए 14.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुदान दिया गया।
- इस परियोजना का उद्देश्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के बीच बुनियादी ढांचे और संपर्क में सुधार करना है, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा।
नोट: श्रीलंका ने 1 अक्टूबर, 2024 से भारतीय नागरिकों को वीजा-मुक्त प्रवेश की पेशकश की है और ई-वीजा पोर्टल के निलंबन के बाद 6 महीने के लिए 34 अन्य देशों को प्रवेश की अनुमति दी है।
भारत–श्रीलंका द्विपक्षीय संबंधों के प्रमुख विकास:
i.विकास सहयोग: चल रही परियोजनाओं, भारतीय आवास परियोजना के चरण III & IV, 3 (तीन) द्वीप हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा परियोजना और श्रीलंका भर में उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए मिलकर काम करना है।
- भारतीय मूल के तमिल समुदाय, पूर्वी प्रांत और श्रीलंका में धार्मिक स्थलों के सौर विद्युतीकरण के लिए परियोजनाओं का कार्यान्वयन करना है।
ii.वित्तीय सहायता: भारत सरकार (GoI) ने मौजूदा लाइन ऑफ क्रेडिट (LoC) के तहत पूरी की गई परियोजनाओं के लिए श्रीलंका से देय भुगतानों का निपटान करने के लिए 20.66 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता दी।
iii.ऊर्जा और बुनियादी ढांचा सहयोग:
- सामपुर सौर विस्तार: भारत और श्रीलंका सामपुर में एक सौर ऊर्जा परियोजना पर काम कर रहे हैं।
- पाक जलडमरूमध्य में अपतटीय पवन: भारत और श्रीलंका पाक जलडमरूमध्य क्षेत्र में अपतटीय पवन ऊर्जा विकास की संभावनाएँ तलाश रहे हैं।
- भारत, श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने विश्वसनीय और किफायती ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारत से श्रीलंका तक एक बहु–उत्पाद पाइपलाइन बनाने पर सहमति व्यक्त की है।
- ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चल रहे प्रयासों के हिस्से के रूप में, दोनों देशों ने भारत से श्रीलंका को लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) की आपूर्ति, दोनों देशों के बीच उच्च क्षमता वाले पावर ग्रिड इंटरकनेक्शन की स्थापना पर भी चर्चा की।
iv.रणनीतिक और रक्षा सहायता: भारत ‘डोर्नियर विमान’ और संयुक्त अभ्यास जैसे प्रावधानों के साथ श्रीलंका की समुद्री सुरक्षा और रक्षा क्षमताओं का समर्थन करता है।
v.शिक्षा, डिजिटलीकरण और व्यापार: स्टार्ट-अप इंडिया और इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी एजेंसी ऑफ़ श्रीलंका (ICTA) के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, जिसमें श्रीलंकाई स्टार्ट-अप के लिए मेंटरशिप शामिल है।
- डिजिटलीकरण में भारत की विशेषज्ञता श्रीलंका के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) का समर्थन कर रही है, जिसमें श्रीलंका यूनिक डिजिटल आइडेंटिटी (SLUDI) परियोजना शामिल है।
- दोनों देशों के लाभ के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) डिजिटल भुगतान के उपयोग को बढ़ाकर डिजिटल वित्तीय लेनदेन को बढ़ावा देना।
- दोनों देशों के बीच भारतीय रुपया (INR)-श्रीलंकाई रुपया (LKR) व्यापार समझौतों को बढ़ाना।
vi.क्षेत्रीय सहयोग और बहुपक्षीय जुड़ाव: दोनों देश बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (BIMSTEC) और हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से क्षेत्रीय स्थिरता का समर्थन करते हैं।
- भारत ने ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (BRICS) में शामिल होने और 2028-2029 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की उम्मीदवारी के लिए श्रीलंका की बोली का समर्थन किया।
श्रीलंका के बारे में:
हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी श्रीलंका भारत की SAGAR (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) और ‘पड़ोसी पहले’ नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- भारत श्रीलंका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। 2023-24 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 5.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया।
राष्ट्रपति– अनुरा कुमारा दिसानायके
प्रधानमंत्री (PM)-हरिनी नीरेका अमरसूर्या
राजधानी– कोलंबो
मुद्रा– श्रीलंकाई रुपया (LKR)