फ़ूड एंड एग्रीकल्चर आर्गेनाइजेशन (FAO) की रिपोर्ट “साइंटिफिक रिव्यु ऑफ़ द इम्पैक्ट ऑफ़ क्लाइमेट चेंज ऑन प्लांट पेस्ट्स” के अनुसार, विश्व स्तर पर हर साल आक्रामक कीटों के कारण लगभग 40% कृषि उत्पाद क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
i.रिपोर्ट 10 सह-लेखकों के साथ इटली में ट्यूरिन विश्वविद्यालय से मारिया लोदोविका द्वारा तैयार की गई थी।
ii.फॉल आर्मीवर्म, डेजर्ट टिड्डियों (दुनिया के सबसे विनाशकारी प्रवासी कीट) जैसे आक्रामक कीटों को खत्म करने के लिए सालाना देशों ने 70 बिलियन अमरीकी डालर खर्च किए।
मुख्य निष्कर्ष:
- जलवायु परिवर्तन से बढ़ा कीट फैलने का खतरा
- सभी उभरते पौधों की बीमारियों का 50% वैश्विक व्यापार और यात्रा के माध्यम से फैलता है
- देशों को राष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य प्रणालियों और संरचनाओं को मजबूत करने में अधिक निवेश करना चाहिए
- इंटरनेशनल प्लांट प्रोटेक्शन कन्वेंशन (IPPC) और FAO द्वारा विकसित संयंत्र स्वास्थ्य मानकों को लागू करना
हाल के संबंधित समाचार:
यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोलूशन्स नेटवर्क (UNSDSN) का प्रकाशन वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2021 में 3.819 के स्कोर के साथ भारत को 149 देशों में से 139 वें स्थान दिया गया है। रैंकिंग में फिनलैंड (4 वीं बार सबसे ऊपर) सबसे ऊपर है।
फ़ूड एंड एग्रीकल्चर आर्गेनाइजेशन (FAO) के बारे में:
FAO की स्थापना संयुक्त राष्ट्र द्वारा अक्टूबर, 1945 में भूख को खत्म करने और पोषण और खाद्य सुरक्षा में सुधार के लिए की गई थी।
महानिदेशक– क्यू डोंग्यु
मुख्यालय– रोम, इटली