विश्व छात्र दिवस प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को भारत के 11वें राष्ट्रपति (2002 से 2007 तक) और भारत के मिसाइल मैन डॉ. APJ (अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन) अब्दुल कलाम की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
- 15 अक्टूबर 2023 को डॉ. APJ अब्दुल कलाम की 92वीं जयंती है।
डॉ. APJ अब्दुल कलाम के बारे में:
i.डॉ. APJ अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
ii.एक एयरोस्पेस वैज्ञानिक के रूप में, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के साथ काम किया।
iii.उन्हें 2002 में भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया और 2007 तक इस पद पर रहे। उन्हें भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) द्वारा नामित किया गया था।
iv.राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद, उन्होंने भारत के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों और विश्वविद्यालयों, जैसे भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) शिलांग (मेघालय), अहमदाबाद (गुजरात) और इंदौर (मध्य प्रदेश) में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में कार्य किया।
v.27 जुलाई 2015 को शिलांग, मेघालय में उनका निधन हो गया।
कलाम द्वारा सुविख्यात पद:
i.उन्होंने जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव के रूप में कार्य किया।
ii.उन्होंने नवंबर 1999 से नवंबर 2001 तक कैबिनेट मंत्री के पद पर भारत सरकार के पहले प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) के रूप में कार्य किया।
iii.उन्होंने मई 1998 में भारतीय सेना के पोखरण परीक्षण रेंज में भारत द्वारा किए गए 5 परमाणु बम परीक्षण विस्फोटों की एक श्रृंखला, पोखरण-II परमाणु परीक्षणों के मुख्य परियोजना समन्वयक के रूप में भी काम किया।
iv.वह प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के अधीन काम करने वाली भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (INCOSPAR) समिति का हिस्सा थे।
महत्वपूर्ण कार्य:
i.उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV-III) के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाई, जिसने जुलाई 1980 में रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी के निकट की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया।
ii.उन्होंने DRDO में इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) के मुख्य कार्यकारी के रूप में कार्य किया। वह पृथ्वी और अग्नि जैसी बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास में प्रमुख व्यक्ति थे।
पुरस्कार/सम्मान:
i.उन्हें सिविल सेवा के लिए 1981 में पद्म भूषण और 1990 में विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
ii.1997 में, उन्हें विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
iii.अन्य पुरस्कारों में वीर सावरकर पुरस्कार (1998) और; राष्ट्रीय एकता के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार (1997) सहित अन्य पुरस्कार है।
पुस्तकें:
विंग्स ऑफ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी (1999); इंडिया 2020 – ए विज़न फॉर द न्यू मिलेनियम(1998); इवोल्यूशन ऑफ़ इनलाइटेनड सोसाइटीज (2006); माई जर्नी: ट्रांसफ़ॉर्मिंग ड्रीम्स इनटू एक्शन्स (2013); टर्निंग पॉइंट्स: ए जर्नी थ्रू चैलेंजेस (2014); रिइग्नाइटेड: साइंटिफिक पाथवेज़ टू ए ब्राइटर फ्यूचर (2015)।
श्रद्धांजलि:
i.2005 में, स्विट्जरलैंड ने 26 मई को विज्ञान दिवस के रूप में घोषित किया, जो डॉ. APJ अब्दुल कलाम को समर्पित था, जिन्होंने इस दिन स्विट्जरलैंड का दौरा किया था।
ii.2015 में, ओडिशा सरकार ने भद्रक जिले में बाहरी व्हीलर द्वीप का नाम बदलकर APJ अब्दुल कलाम द्वीप करने की घोषणा की।
- 2017 में, ओडिशा सरकार ने APJ अब्दुल कलाम को उनकी दूसरी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि के रूप में औपचारिक रूप से व्हीलर द्वीप का नाम APJ अब्दुल कलाम द्वीप रखा।
iii.2023 में, लुटियंस दिल्ली में औरंगजेब लेन का नाम बदलकर आधिकारिक तौर पर डॉ APJ अब्दुल कलाम लेन कर दिया गया है। दिल्ली में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के कर्मचारियों ने डॉ APJ अब्दुल कलाम के नाम वाले एक साइनबोर्ड का अनावरण किया।
- NMDC ने 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ APJ अब्दुल कलाम रोड कर दिया।