विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस प्रतिवर्ष 10 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है ताकि जागरूकता पैदा की जा सके कि आत्महत्या को रोका जा सकता है और आत्महत्या के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया जा सके और आत्महत्या के आसपास के कलंक को कम किया जा सके।
- वार्षिक उत्सव का आयोजन इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) द्वारा किया जाता है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा सह-प्रायोजित किया जाता है।
2021-2023 तक विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस की त्रिवार्षिक विषय “क्रिएटिंग होप थ्रू एक्शन” है।
- यह विषय कार्रवाई की मांग करता है और याद दिलाता है कि आत्महत्या का एक विकल्प है।
पृष्ठभूमि:
i.इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन ने WHO के साथ मिलकर 2003 में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (WSPD) की स्थापना की।
ii.पहली WSPD को 10 सितंबर 2003 को स्टॉकहोम में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था।
WSPD प्रतीक:
प्रतीक: आत्महत्या जागरूकता प्रतीक ‘;’ अर्धविराम है।
- अर्धविराम एक वाक्य में एक विराम को इंगित करता है जहां लेखक इसे समाप्त करना चुन सकता था लेकिन इसके बजाय उसने जारी रखने का फैसला किया।
रिबन: दो-टोन वाला “नारंगी और पीला” रिबन, जो मोमबत्ती की लौ की रोशनी का प्रतिनिधित्व करता है, का उपयोग सार्वभौमिक आत्महत्या रोकथाम जागरूकता रिबन के रूप में किया जाता है।
प्रमुख बिंदु:
i.आत्महत्या एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है जिसके दूरगामी सामाजिक, भावनात्मक और आर्थिक परिणाम होते हैं।
ii.हर साल लगभग 7 लाख लोग आत्महत्या से मरते हैं और प्रत्येक आत्महत्या के लिए 20 से अधिक आत्महत्या के प्रयास होने की संभावना होती है।
iii.आत्महत्या 15-29 वर्ष की आयु के लोगों में मृत्यु का चौथा प्रमुख कारण है।
वैश्विक आत्महत्याओं के 77% मामले निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होते हैं।
भारत की राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति:
i.भारत ने 21 नवंबर 2022 को राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति (NSPS) शुरू की।
ii.आत्महत्या की रोकथाम को सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकता बनाने वाली यह भारत की पहली नीति है।
iii.इसका लक्ष्य 2020 की तुलना में 2030 तक आत्महत्या मृत्यु दर को 10% तक कम करना है।
इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) के बारे में:
अध्यक्ष– प्रोफेसर रोरी ओ’कॉनर
मुख्यालय– वाशिंगटन DC, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
स्थापित– 1960