संयुक्त राष्ट्र (UN) का अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस प्रतिवर्ष 15 सितंबर को दुनिया भर में लोकतंत्र की स्थिति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करने के लिए मनाया जाता है।
यह दिन लोकतांत्रिक सिद्धांतों, स्वतंत्रता के मूल्यों और मानवाधिकारों के सम्मान को भी बढ़ावा देता है।
पृष्ठभूमि:
i.संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 8 नवंबर 2007 को संकल्प A/RES/62/7 को अपनाया और हर साल 15 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के रूप में घोषित किया।
ii.पहली बार अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस 15 सितंबर 2008 को मनाया गया।
15 सितंबर क्यों?
यह दिन 15 सितंबर 1997 को अंतर-संसदीय संघ (IPU) द्वारा डेमोक्रेटिक पर सार्वभौमिक घोषणा को अपनाने का प्रतीक है।
लोकतंत्र:
i.लोकतंत्र शब्द ग्रीक शब्द “डेमोस” से लिया गया है जिसका अर्थ है लोग और “क्रेटोस” जिसका अर्थ है शक्ति।
ii.लोकतंत्र को सरकार के एक रूप के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें राष्ट्र के लोग राजनीतिक शक्ति रखते हैं और या तो सीधे या निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से शासन कर सकते हैं।
iii.लोकतंत्र मानव अधिकारों के संरक्षण और प्रभावी प्राप्ति के लिए प्राकृतिक वातावरण प्रदान करता है।
लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रयास:
लोकतंत्र को बढ़ावा देने और समर्थन करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), संयुक्त राष्ट्र लोकतंत्र कोष (UNDEF), शांति संचालन विभाग (DPO), राजनीतिक और शांति निर्माण मामलों के विभाग (DPPA) और मानव अधिकार के लिए उच्चायुक्त का कार्यालय (OHCHR) के माध्यम से किया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र लोकतंत्र कोष (UNDEF):
संयुक्त राष्ट्र लोकतंत्र कोष (UNDEF), उन परियोजनाओं के लिए धन मुहैया कराता है जो नागरिक समाज को सशक्त बनाती हैं, मानवाधिकारों को बढ़ावा देती हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सभी की भागीदारी को प्रोत्साहित करती हैं।
अंतर-संसदीय संघ (IPU) के बारे में:
IPU राष्ट्रीय संसदों का वैश्विक संगठन है।
राष्ट्रपति– डुआर्टे पचेको
महासचिव– मार्टिन चुंगोंग
मुख्यालय– जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
स्थापित- 1889