राष्ट्रीय सेफ्टी दिवस प्रतिवर्ष 4 मार्च को पूरे भारत में मनाया जाता है ताकि सुरक्षा और स्वास्थ्यकर उपायों के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके जिसे आम लोगों की जीवनशैली में शामिल किया जाना चाहिए। 4 मार्च 2021 से 10 मार्च 2021 तक राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है।
यह दिन भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना का प्रतीक है।
4 मार्च 2021 को 50 वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में चिह्नित किया गया।
उद्देश्य:
i.सुरक्षा, कार्यस्थल सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा जैसे सभी दिशानिर्देशों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करें।
ii.देश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण (SHE) आंदोलन को लें।
iii.SHE गतिविधियों में अपने कर्मचारियों को शामिल करके नियोक्ताओं द्वारा सहभागी दृष्टिकोण के उपयोग को बढ़ावा देना।
iv.जरूरत के आधार पर गतिविधियों के विकास को बढ़ावा देना, कार्य स्थानों पर वैधानिक आवश्यकताओं और पेशेवर SHE प्रबंधन प्रणालियों के साथ आत्म-अनुपालन।
v.कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने में नियोक्ताओं, कर्मचारियों और उनकी जिम्मेदारी से जुड़े अन्य लोगों को याद दिलाना।
vi.राष्ट्रीय सेफ्टी दिवस 2021 “लर्न फ्रॉम डिजास्टर एंड प्रेपर फॉर अ सेफेर फ्यूचर” थीम के तहत मनाया जाता है।
पृष्ठभूमि:
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पहली बार 4 मार्च 1972 को मनाया गया, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का स्थापना दिवस।
राष्ट्रीय सेफ्टी दिवस का महत्व:
राष्ट्रीय सेफ्टी दिवस भारत के विभिन्न विभागों, उद्योगों, गैर-सरकारी संगठनों (NGO) और नियामक एजेंसियों द्वारा मनाया जाने वाला एक राष्ट्रीय अभियान है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह:
राष्ट्रीय सेफ्टी दिवस जो 4 मार्च को एक दिवसीय अभियान के रूप में शुरू किया गया था, 4-10 मार्च 2021 से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) के बारे में:
अध्यक्ष– S.N सुब्रमन्यन
महानिदेशक– ललित गभाने
मुख्यालय– बेलापुर, महाराष्ट्र