राष्ट्रीय महिला दिवस प्रतिवर्ष 13 फरवरी को सरोजिनी नायडू, “नाइटिंगेल ऑफ़ इंडिया”, को उनकी जयंती पर सम्मानित करने के लिए पूरे भारत में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक उपलब्धियों को पहचानने के लिए मनाया जाता है।
13 फरवरी 2021 को सरोजिनी नायडू की 142 वीं जयंती है।
सरोजिनी नायडू के बारे में:
i.सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में एक बंगाली फैमिली के रहने वाले हैं।
ii.उन्हें 1925 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निवासी के रूप में नियुक्त किया गया था।
iii.वह संविधान सभा की 15 महिलाओं में से एक थीं और वह INC की अध्यक्ष बनने वाली पहली महिला थीं।
iv.उन्हें 1947 में संयुक्त प्रांत (अब उत्तर प्रदेश) की राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया और वह भारत की पहली महिला राज्यपाल बनीं।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान:
i.वह भारत के स्वतंत्रता आंदोलनों के एक सक्रिय सदस्य थे।
ii.महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान, सरोजिनी नायडू को 21 महीने तक जेल में रखा गया था।
साहित्य में योगदान:
i.सरोजिनी नायडू एक प्रमुख कवि और नाटककार थीं।
ii.उनके कार्यों ने उस अवधि के दौरान भारतीयों के जीवन और भारत की घटनाओं का वर्णन किया।
iii.सरोजिनी नायडू की प्रसिद्ध रचनाओं में द गोल्डन थ्रेशोल्ड, पैलेंक्विन बियरर्स, द बर्ड ऑफ़ टाइम: सांग्स ऑफ़ लाइफ, डेथ एंड द स्प्रिंग, द ब्रोकन विंग – सॉन्ग्स ऑफ़ लव, डेथ एंड डेस्टिनी – 1915-1916 थे।
मुख्य विशेषताएं:
i.सरोजिनी नायडू को सम्मानित करने के लिए, 1990 में पालोमर वेधशाला में एलेनोर हेलिन द्वारा खोजे गए एस्टेरोइड 5647 सरोजिनीनायडू का नाम उनकी स्मृति में रखा गया था। नामकरण उद्धरण 2019 में प्रकाशित किया गया था।
ii.उन्हें लंदन विश्वविद्यालय द्वारा 2018 में “150 अग्रणी महिला” सूची में सूचीबद्ध किया गया था, 150 वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए क्योंकि महिलाओं को यूनाइटेड किंगडम में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए पहुंच मिली।