Current Affairs PDF

राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 2023 – 16 मार्च

AffairsCloud YouTube Channel - Click Here

AffairsCloud APP Click Here

National Vaccination Day - March 16 2023राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस, जिसे नेशनल इम्यूनाइजेशन डे के रूप में भी जाना जाता है, मानव स्वास्थ्य में टीकों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 16 मार्च को दुनिया भर में मनाया जाता है।

  • यह दिन घातक बीमारियों के खिलाफ टीकों के महत्व पर भी प्रकाश डालता है।
  • यह दिन हर बच्चे तक टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के काम को स्वीकार करने और पहचानने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

नोट:भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस को “पोलियो रविवार” के रूप में भी जाना जाता है।
पृष्ठभूमि:
i.भारत सरकार ने 1995 में भारत से पोलियो उन्मूलन के लिए पल्स पोलियो इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम शुरू किया।

  • भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 1995 में नेशनल पोलियो इरेडिकेशन प्रोग्राम  (NPEP) के एक भाग के रूप में शुरू किया गया था।

ii.16 मार्च, 1995 को, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन(WHO) के ग्लोबल पोलियो इरेडिकेशन पहल, जो 1988 में शुरू हुई थी के हिस्से के रूप में ओरल पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक भारत में दी गई थी।

  • 1995 से, 16 मार्च को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के रूप में मनाया जाता है।

ध्यान देने योग्य बिंदु:

  • टीका: रोगों के खिलाफ शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार की गई एक जैविक तैयारी है। टीकों में जीवित वायरस या बैक्टीरिया का एक कमजोर (या क्षीण) रूप होता है जो बीमारी का कारण बनता है।
  • टीकाकरण: किसी विशिष्ट बीमारी से सुरक्षा उत्पन्न करने के लिए शरीर में एक टीका लगाने का कार्य है।
  • इम्यूनाइजेशन: एक प्रक्रिया जिसके द्वारा एक व्यक्ति टीकाकरण के माध्यम से किसी बीमारी से सुरक्षित हो जाता है।

भारत के टीकाकरण कार्यक्रम:

i.यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम (UIP) को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 1978 में एक्सपैंडेड प्रोग्राम ऑन इम्यूनाइजेशन  के रूप में शुरू किया गया था, और बाद में 1985 में इसका नाम बदलकर UIP कर दिया गया।

  • UIP सालाना 2.67 करोड़ नवजात शिशुओं और 2.9 करोड़ गर्भवती महिलाओं को लक्षित करने वाले सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में से एक है।
  • UIP के तहत उपलब्ध कराए गए वैक्सीन्स: बैसिलस कैलमेट-गुएरिन वैक्सीन; ओरल पोलियो वैक्सीन; हेपेटाइटिस B वैक्सीन; पेंटावैलेंट वैक्सीन; रोटावायरस वैक्सीन; न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन;  मीसल्स वैक्सीन; इनएक्टिवेटेड  पोलियो वैक्सीन (IPV); टेटनस एंड एडल्ट डिप्थीरिया (Td) वैक्सीन; जापानी इंसेफेलाइटिस वैक्सीन एंड  डिप्थीरिया, टेटनस एंड पर्टुसिस बूस्टर।

ii.मिशन इन्द्रधनुष (MI) दिसंबर 2014 में शुरू किया गया था और इसका उद्देश्य बच्चों के पूर्ण इम्यूनाइजेशन कवरेज को 90% तक बढ़ाना है।

  • देश भर के 554 जिलों को कवर करते हुए मिशन इंद्रधनुष के कुल 6 चरण पूरे किए जा चुके हैं।

iii.भारत ने 16 जनवरी 2021 को दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसमें कोरोनोवायरस रोग (COVID-19) के खिलाफ लगभग 300 मिलियन प्राथमिकता वाले समूहों का टीकाकरण किया गया।

नोट: भारत अब MR टीकाकरण अभियानों के माध्यम से 324 मिलियन से अधिक बच्चों के टीकाकरण के माध्यम से खसरा और रूबेला के उन्मूलन की ओर बढ़ रहा है।

भारत की उपलब्धियां:

i.23 अप्रैल 1977 को, चेचक उन्मूलन के प्रमाणन के लिए वैश्विक आयोग ने प्रमाणित किया कि भारत से चेचक का उन्मूलन कर दिया गया है।

ii.मार्च 2014 में, शून्य पोलियो मामलों के 3 साल बाद, भारत को “पोलियो-फ्री कंट्री ” के रूप में प्रमाणित किया गया था।

iii.14 जुलाई 2016 को, WHO ने भारत को यॉज़, मातृ और नवजात टेटनस को खत्म करने के लिए प्रमाणित किया।