09 जून, 2021 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार ने मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के मसौदे को मंजूरी दी, जो कृषि बिजली उपभोक्ताओं के बिजली बिल में सब्सिडी राशि प्रदान करने की एक योजना है।
- इस योजना के तहत, राज्य सरकार मीटर वाले कृषि उपभोक्ताओं को प्रति माह 1,000 रुपये और उनके बिजली बिलों पर अधिकतम 12,000 रुपये प्रति वर्ष प्रदान करेगी।
- पात्रता: केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारी और राज्य के अन्य आय करदाता इस योजना की सब्सिडी के लिए पात्र नहीं थे।
नोट – अशोक गहलोत ने वित्त वर्ष 2022 के राज्य के बजट में इस योजना की घोषणा की है।
योजना के तहत प्रक्रिया:
i.लाभ लेने के लिए पात्र उपभोक्ताओं को योजना के साथ अपना आधार नंबर और बैंक खाता जोड़ना होगा।
ii.बिजली वितरण कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं को बिजली बिल द्विमासिक जारी किया जाएगा।
iii.इस योजना के अनुसार, पात्र उपभोक्ताओं को अनुदान राशि प्राप्त करने के लिए अपने सभी बिजली बिलों का बकाया चुकाना होगा। बकाया राशि का भुगतान करने के बाद उपभोक्ता को आगामी बिजली बिल पर सब्सिडी राशि देय होगी।
iv.यदि कोई किसान कम बिजली की खपत करता है और उसका बिल 1000 रुपये से कम है, तो वास्तविक बिल और अनुदान राशि के बीच का अंतर उसके बैंक खाते में जमा किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य किसानों को बिजली बचाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
v.यह योजना राज्य सरकार पर प्रति वर्ष 1,450 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ लाएगी।
हाल के संबंधित समाचार:
1 अप्रैल, 2021 को राजस्थान रिन्यूएबल एनर्जी कॉर्पोरेशन लिमिटेड (RRECL) ने राजस्थान के जयपुर में कोटपुतली के भालोजी गांव में PM-KUSUM (प्रधान मंत्री-किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाभियान) योजना के तहत भारत की पहली कृषि-आधारित सौर ऊर्जा परियोजना शुरू की।
राजस्थान के बारे में:
राजस्थान में UNESCO (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) विश्व धरोहर स्थल – केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जंतर मंतर, जयपुर, राजस्थान के पहाड़ी किले (चित्तौड़गढ़ किला, कुंभलगढ़ किला, रणथंभौर किला, गागरोन किला, एम्बर किला, जैसलमेर किला)