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मिशन MAUSAM: भारत के लिए मौसम और जलवायु लचीलापन बढ़ाना

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MISSION MAUSAM Enhancing Weather and Climate Resilience for India

मिशन MAUSAM, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) के नेतृत्व में एक पहल है, जिसे भारत को मौसम और जलवायु विज्ञान के क्षेत्र में एक विश्व नेता के रूप में स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य 2026 तक अंतर्राष्ट्रीय मानकों का अनुपालन करते हुए भारत को “वेदर रेडी” और “क्लाइमेट स्मार्ट” बनाना है।

  • इसे सितंबर 2024 में प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2 वर्षों की अवधि के लिए 2,000 करोड़ रुपये के कुल बजट परिव्यय के साथ अनुमोदित किया गया था।
  • इसका उद्देश्य भारत की मौसम और जलवायु सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाना, समय पर और सटीक अवलोकन मॉडलिंग सुनिश्चित करना और कृषि, आपदा प्रबंधन और ग्रामीण विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए पूर्वानुमान जानकारी प्रदान करना है।

मिशन MAUSAM के बारे में:

i.यह एक परिवर्तनकारी पहल है जिसका उद्देश्य मौसम और जलवायु से संबंधित विज्ञान और सेवाओं में भारत की क्षमता को बढ़ावा देना है।

  • मुख्य लक्ष्य: 50 डॉपलर मौसम रडार (DWR), 60 रेडियो सोंडे/रेडियो विंड (RS/RW) स्टेशन, 100 डिस्ड्रोमीटर, 10 विंड प्रोफाइलर, 25 रेडियोमीटर, 1 शहरी परीक्षण-स्थल, 1 प्रक्रिया परीक्षण-स्थल, 1 महासागर अनुसंधान स्टेशन और ऊपरी वायु अवलोकन के साथ 10 समुद्री स्वचालित मौसम स्टेशन स्थापित करना है।

ii.मिशन को MoES द्वारा अपने 3 प्रमुख संस्थानों: नई दिल्ली (दिल्ली) स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD), नोएडा (उत्तर प्रदेश, UP) स्थित राष्ट्रीय मध्यम-अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र (NCMRWF) और पुणे (महाराष्ट्र) स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के माध्यम से कार्यान्वित किया जा रहा है।

  • IMD मुख्य रूप से अवलोकन, सेवाओं, निर्णय समर्थन प्रणालियों और प्रसार पर ध्यान केंद्रित करेगा। IITM विशेष क्षेत्र अभियान, अनुसंधान परीक्षण, प्रक्रिया अध्ययन और मॉडलिंग पर ध्यान केंद्रित करेगा। NCMRWF डेटा आत्मसात और निर्बाध मौसम पूर्वानुमान पर ध्यान केंद्रित करेगा।
  • मिशन को आगे MoES के सहयोगी निकायों जैसे: हैदराबाद (तेलंगाना) स्थित भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) और चेन्नई (तमिलनाडु, TN) स्थित राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (NIOT) से समर्थन मिला।

iii.मिशन बहुआयामी दृष्टिकोण पर आधारित है जो इसके प्रमुख उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा जिसमें शामिल हैं:

  • बुनियादी ढांचे का विकास: इसमें पूरे भारत में डॉपलर मौसम रडार (DWR), स्वचालित मौसम स्टेशन (AWS) और वर्षा गेज की स्थापना शामिल है।
  • सुपरकंप्यूटिंग पावर: इसमें उन्नत जलवायु मॉडलिंग के लिए प्रत्यूष और मिहिर जैसे उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग सिस्टम का उपयोग शामिल है।
  • सहयोगी अनुसंधान: मिशन पूर्वानुमान तकनीकों में सुधार के लिए विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ साझेदारी को बढ़ावा देता है।
  • सार्वजनिक पहुंच: इसमें मोबाइल एप्लिकेशन (ऐप) के माध्यम से उपयोगकर्ता के अनुकूल सलाह का प्रसार, उदाहरण के लिए: मौसम ऐप; लघु संदेश सेवा (SMS) सेवाएँ और मीडिया चैनल शामिल है।

मुख्य उद्देश्य: 

मिशन ने अपने कुछ मुख्य उद्देश्यों को रेखांकित किया है, जिनमें शामिल हैं:

i.अत्याधुनिक मौसम निगरानी तकनीक और प्रणालियाँ विकसित करना है;

ii.मानसून के व्यवहार के पूर्वानुमान में बेहतर सटीकता के लिए बेहतर अस्थायी और स्थानिक नमूनाकरण या कवरेज के साथ उच्च रिज़ॉल्यूशन वायुमंडलीय अवलोकनों को लागू करना है;

iii.अगली पीढ़ी के रडार और उन्नत उपकरण पेलोड के साथ उपग्रहों को लागू करना है;

iv.कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लैंग्वेज (ML) के उपयोग सहित उन्नत पृथ्वी प्रणाली मॉडल और डेटा-संचालित विधियाँ विकसित करना है;

v.राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देकर क्षमता का निर्माण करना है;

vi.विभिन्न पैमानों यानी अल्पकालिक, मध्यम अवधि, विस्तारित-सीमा और मौसमी में मौसम पूर्वानुमान में भारत की क्षमता में सुधार करना है।

मुख्य प्रगति: 

i.अब तक, वास्तविक समय की निगरानी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए पूरे भारत में 37 से अधिक DWR स्थापित किए गए हैं।

ii.मौसम ऐप भारत के 450 शहरों के लिए स्थान-विशिष्ट मौसम पूर्वानुमान की सुविधा प्रदान करता है।

iii.राष्ट्रीय मानसून मिशन ढांचे के तहत मौसमी पूर्वानुमान मॉडल में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है।

iv.MoES ने शहरी बाढ़ की भविष्यवाणी और चक्रवात निगरानी पर विशेष कार्यक्रम शुरू किए हैं।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) के बारे में:

केंद्रीय राज्य मंत्री (MoS) (स्वतंत्र प्रभार, IC)- डॉ. जितेंद्र सिंह (निर्वाचन क्षेत्र- उधमपुर, जम्मू & कश्मीर, J&K)