भारत सरकार, नागालैंड सरकार और विश्व बैंक ने नागालैंड में स्कूलों के संचालन में सुधार के लिए 68 मिलियन अमरीकी डालर (~ INR 490 करोड़) परियोजना पर हस्ताक्षर किए। कार्यक्रम को ‘नागालैंड: एनहांसिंग क्लासरूम टीचिंग एंड रिसोर्स प्रोजेक्ट’ कहा जाता है।
i.यह परियोजना नागालैंड के चुनिंदा स्कूलों में शिक्षण प्रथाओं और सीखने के माहौल में भी सुधार करेगी।
ii.नागालैंड में सरकारी शिक्षा प्रणाली में लगभग 1,50,000 छात्र और 20, 000 शिक्षक सुधारों से लाभान्वित होंगे।
iii.यह परियोजना राज्य में एक मजबूत शिक्षा प्रणाली विकसित करने के नागालैंड सरकार के प्रयासों का समर्थन करेगी।
हस्ताक्षरकर्ता:
-भारत सरकार की ओर से, C S महापात्र, अतिरिक्त सचिव, आर्थिक मामलों के विभाग, वित्त मंत्रालय।
-नागालैंड सरकार की ओर से, शनवास C, प्रधान निदेशक, स्कूल शिक्षा विभाग।
-विश्व बैंक की ओर से, जुनैद अहमद, देश निदेशक, भारत।
परियोजना का मिशन:
i.कक्षा निर्देश सुधारें
ii.शिक्षकों के व्यावसायिक विकास के अवसर बनाएँ
iii.ऑफ़लाइन और ऑनलाइन शिक्षण प्रणाली दोनों के लिए छात्रों और शिक्षकों को प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी प्रणालियों का निर्माण
iv.नीतियों और कार्यक्रमों की बेहतर निगरानी।
v.नया दृष्टिकोण मौजूदा पारंपरिक वितरण मॉडल का पूरक होगा और COVID-19 द्वारा उत्पन्न चुनौतियों को कम करने में मदद करेगा।
प्रमुख बिंदु:
i.यह नागालैंड द्वारा सामना की जा रही मौजूदा चुनौतियों जैसे कमजोर स्कूल बुनियादी ढांचे, शिक्षकों के व्यावसायिक विकास के अवसरों की कमी को संबोधित करेगा।
ii.COVID-19 ने नागालैंड की स्कूल शिक्षा प्रणाली में तनाव और व्यवधान पैदा करके स्कूलों के सामने आने वाली चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।
हाल के संबंधित समाचार:
15 दिसंबर 2020 को विश्व बैंक ने 800 मिलियन डॉलर से अधिक की भारत की 4 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। परियोजनाएँ विकास संबंधी कई पहल का समर्थन करेंगी जो भारत की स्थायी और लचीली अर्थव्यवस्था का निर्माण करके अपने पुनर्निर्माण के प्रयासों का समर्थन करती हैं।
नागालैंड के बारे में:
राजधानी- कोहिमा
राज्यपाल- RN रवि
विश्व बैंक के बारे में:
मुख्यालय- वाशिंगटन, DC, न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य (US)
अध्यक्ष– डेविड मलपास
स्थापित– 1944
सदस्य देश- 189 (भारत सहित)