16 मार्च, 2021 को भारतीय सेना ने महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में अपने अंतिम तोपों की सलामी की एक प्रथागत फायरिंग करने के बाद अपनी सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले 2 तोपखानों– 130 मिमी सेल्फ प्रोपेल्ड M-46 कैटापुल्ट तोपों और 160 मिमी तंपेला मोर्टार को सेवामुक्त किया। निर्णायक कार्यक्रम में आर्टिलरी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल K राविप्रसाद की उपस्थिति देखी गई।
130 मिमी प्रक्षेपक:
i.यह DRDO द्वारा विकसित एक हाइब्रिड सेल्फ-प्रोपेल्ड गन है, जो 2 मौजूदा हथियार प्रणालियों- भारत के विजयंत टैंक और रूसी 130 मिमी M-46 फील्ड गन को मिलाकर बनाई गई है।
ii.मारक सीमा क्षमता – 27 किमी
iii.अधिष्ठापन वर्ष – 1981
iv.यह 1965 और 1971 के युद्धों के बाद मोबाइल आर्टिलरी गन सिस्टम की तत्काल आवश्यकता को पूरा करने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात किया गया था।
160 मिमी तंपेला मोर्टार:
- इज़राइल द्वारा विकसित
- फायर रेंज – 9.6 किमी
- 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद सेना में शामिल किया गया।
- नियंत्रण रेखा में सेवा – लीपा घाटी और हाजीपीर बाउल
हाल के संबंधित समाचार:
i.DRDO और भारतीय सेना ने भारत की पहली स्वदेशी मशीन पिस्तौल ASMI विकसित की; RLG प्रणालियों को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया।
ii.भारतीय सेना स्वदेशी कार्बाइन, एंटी एयर सिस्टम प्राप्त करेगी; MoD ने आयात को रद्द किया।
भारत की भूमि सीमा:
भारत 7 देशों – बांग्लादेश, चीन, पाकिस्तान, नेपाल, म्यांमार, भूटान और अफगानिस्तान के साथ भूमि सीमा साझा करता है।
नियंत्रण रेखा – भारत और पाकिस्तान (जम्मू और कश्मीर में)
वास्तविक नियंत्रण रेखा – भारत और चीन
रेडक्लिफ रेखा – भारत और पाकिस्तान (पंजाब में)
भारतीय सेना के बारे में:
भारत के राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों के सुप्रिम कमांडर होते हैं।
रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख – बिपिन रावत
भारतीय सेना के प्रमुख – मनोज मुकुंद नरवणे
आदर्श वाक्य – “स्वयं से पहले सेवा”