1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान शुरू किए गए भारतीय नौसेना के ऑपरेशन ट्राइडेंट की जीत और अपने कर्तव्यों के दौरान जान गंवाने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए 4 दिसंबर को पूरे भारत में भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है।
यह दिन भारत के समुद्री हितों को संरक्षित करने, सुरक्षित रखने और बढ़ावा देने के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
2021 के भारतीय नौसेना दिवस का विषय ‘स्वर्णिम विजय वर्ष‘ है, जो 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत की 50वीं वर्षगांठ पर प्रकाश डालता है।
भारतीय नौसेना सप्ताह 2021 – 1 से 7 दिसंबर:
i.2021 का भारतीय नौसेना सप्ताह 1 से 7 दिसंबर 2021 तक मनाया गया, जिसके दौरान विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
ii.भारतीय नौसेना के दक्षिणी नौसेना कमान (SNC) ने नौसेना सप्ताह 2021 के एक भाग के रूप में कई गतिविधियों की घोषणा की है। इन गतिविधियों में सागरिका सभागार, नौसेना बेस, कोच्चि, केरल में एक नौसेना बैंड सिम्फोनिक संगीत कार्यक्रम शामिल है।
4 दिसंबर का महत्व – ऑपरेशन ट्राइडेंट:
i.1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान, भारतीय नौसेना ने 4 दिसंबर 1971 को कराची बंदरगाह, पाकिस्तान पर “ऑपरेशन ट्राइडेंट” शुरू किया था।
ii.यह ऑपरेशन 4-5 दिसंबर 1971 की रात को आयोजित किया गया था और पाकिस्तान के माइनस्वीपर, एक विध्वंसक, गोला-बारूद ले जा रहे एक मालवाहक जहाज को सफलतापूर्वक डुबो दिया और कराची बंदरगाह ईंधन क्षेत्रों को नष्ट कर दिया।
iii.आधुनिक नौसेना इतिहास में (द्वितीय विश्व युद्ध के बाद), ऑपरेशन ट्राइडेंट को सबसे सफल ऑपरेशनों में से एक माना गया है।
iv.ऑपरेशन ट्राइडेंट में इस क्षेत्र में युद्ध में जहाज-रोधी मिसाइलों का पहला उपयोग देखा गया था।
भारतीय नौसेना दिवस का इतिहास:
i.ब्रिटिश शासन के अंतर्गत, रॉयल इंडियन नेवी ने लोगों में नौसेना के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 21 अक्टूबर 1944 को पहला नौसेना दिवस मनाया था।
ii.बाद में, 15 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया गया और जिस सप्ताह 15 दिसंबर पड़ता है उसे नौसेना सप्ताह के रूप में मनाया गया।
iii.वर्ष 1972 से, 4 दिसंबर को प्रतिवर्ष नौसेना दिवस मनाया जाने लगा है और 1 से 7 दिसंबर तक प्रतिवर्ष नौसेना सप्ताह मनाया जाने लगा।
भारतीय नौसेना के बारे में:
नौसेनाध्यक्ष– एडमिरल R हरि कुमार
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली
आदर्श वाक्य– शं नो वरुणः