26 दिसंबर, 2025 को, परम रुद्र सुपरकंप्यूटर, एक अत्याधुनिक हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) प्रणाली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT)-पटना (बिहार) में लॉन्च की गई, जो बिहार में पहला परम रुद्र सुपर कंप्यूटर है।
- लॉन्च समारोह की अध्यक्षता इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के अतिरिक्त सचिव अमितेश कुमार सिन्हा ने की।
Exam Hints:
- क्या? सुपर कंप्यूटर परम रुद्र का अनावरण
- कहां? पटना (बिहार) में IIT-पटना
- कौन? अमितेश कुमार सिन्हा, अपर सचिव, MeitY
- महत्व: बिहार में पहला परम रुद्र
- मिशन: राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM)
- कार्यान्वयन: MeitY और DST; नोडल एजेंसियों के रूप में C-डैक और IISc बेंगलुरु को शामिल किया गया है।
IIT पटना में परम रुद्र:
पृष्ठभूमि: मई 2023 में, सुपर कंप्यूटर परम रुद्र स्थापित करने के लिए IIT पटना और MeitY के तहत सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए थे ।
स्वदेशी विकास: यह 838 टेराफ्लॉप पर काम करता है और स्वदेशी रूप से विकसित घटकों और सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है, जिन्हें राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के अनुरूप इकट्ठा किया जाता है।
अनुसंधान क्षमताएं: IIT पटना में परम रुद्र प्रणाली अनुसंधान क्षमताओं को सक्षम बनाती है, जिससे 10 विभागों में लगभग 60 संकाय सदस्यों और 400 छात्रों को लाभ होता है।
कार्य के क्षेत्र: यह कम्प्यूटेशनल एस्ट्रोबायोलॉजी और एस्ट्रोकेमिस्ट्री, मैटेरियल डिजाइन और मॉलिक्यूलर इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटेशनल फ्लुइड मैकेनिक्स और नैनो-बायो रिसर्च, एआई और डेटा साइंस और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे कई उन्नत क्षेत्रों में काम करने में मदद करेगा।
परम रुद्र के बारे में:
फ्रेमवर्क: परम रुद्र NSM के तहत भारत में विकसित एक उच्च प्रदर्शन वाला सुपर कंप्यूटर है। इसे स्वदेशी रुद्र सर्वर और सॉफ्टवेयर स्टैक का उपयोग करके बनाया गया है, जो एचपीसी तकनीक में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देता है।
नाम का महत्व: “परम (पैरालेल मशीन), एक संस्कृत-व्युत्पन्न शब्द जिसका अर्थ है “सर्वोच्च”)” संस्कृत में सर्वोच्च, परम या उच्चतम को संदर्भित करता है। “रुद्र” हिंदू देवता भगवान शिव का वैदिक नाम है।
विशेषताएं: यह त्वरित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और सिमुलेशन वर्कलोड के लिए हाई-एंड इंटेल ज़ीऑन सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU), NVIDIA A100 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) से लैस है।
- इसमें समानांतर लस्टर स्टोरेज, हाई-स्पीड इनफिनीबैंड इंटरकनेक्ट के साथ बड़ी रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) भी शामिल है, और पेटाफ्लॉप-स्केल (1015 फ्लोटिंग पॉइंट ऑपरेशंस प्रति सेकंड, FLOPS) कंप्यूटिंग प्रदर्शन प्रदान करता है।
पिछली तैनाती: 2024 में, परम रुद्र सुपर कंप्यूटर को जायंट मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप (GMRT), पुणे (महाराष्ट्र) में लॉन्च किया गया था; इंटर यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर (IUAC) (दिल्ली); और S. N. बोस नेशनल सेंटर फॉर बेसिक साइंसेज, कोलकाता (पश्चिम बंगाल, WB)।
राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के बारे में:
लॉन्च: यह 2015 में शुरू की गई भारत सरकार (GoI) की एक प्रमुख पहल है, जिसका कुल परिव्यय 4,500 करोड़ रुपये है।
- दिसंबर 2025 तक, NSM के तहत 39 पेटाफ्लॉप्स क्षमता वाले 37 सुपर कंप्यूटर देश भर में तैनात किए गए हैं, जो 12,000 से अधिक शोधकर्ताओं का समर्थन करते हैं।
कार्यान्वयन: इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MoS&T) के तहत MeitY और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा संयुक्त रूप से लागू किया जाता है, जिसमें C-DAC और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु (कर्नाटक) नोडल कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के बारे में:
केंद्रीय मंत्री – अश्विनी वैष्णव (राज्यसभा – ओडिशा)
राज्य मंत्री (MoS) – जितिन प्रसाद (निर्वाचन क्षेत्र – पीलीभीत, उत्तर प्रदेश, UP)




