केंद्रीय शिक्षा मंत्री, धर्मेंद्र प्रधान ने भारत में अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए एक नेशनल रिसर्च फाउंडेशन(NRF) स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। 5 वर्षों की अवधि में NRF का कुल प्रस्तावित परिव्यय INR 50,000 करोड़ है।
- उद्देश्य – शैक्षणिक संस्थानों में अनुसंधान की शुरुआत, विकास और सुविधा प्रदान करना, जहां अनुसंधान क्षमता प्रारंभिक चरण में है।
- यह एक स्वायत्त निकाय के रूप में कार्य करेगा और अनुसंधान एवं विकास, शिक्षा और उद्योग के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
- यह 4 प्रमुख विषयों-विज्ञान, प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान, और कला और मानविकी में अनुसंधान परियोजनाओं को निधि देगा।
- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 (NEP 2020) में NRF की स्थापना की परिकल्पना की गई है। 2021-22 के बजट सत्र के दौरान, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने NRF की स्थापना के लिए 50,000 करोड़ रुपये आवंटित किए।
नेशनल रिसर्च फाउंडेशन(NRF)
NRF को एक स्वायत्त निकाय के रूप में स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया है, इसका प्रतिनिधित्व सभी प्रमुख अनुसंधान और शिक्षा निकायों द्वारा किया जाएगा।
- यह संबंधित मंत्रालयों, विभागों और अन्य सरकारी/गैर-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से उच्च-प्रभाव, बड़े पैमाने पर, बहु-अन्वेषक, बहु-संस्था, अंतःविषय या बहु-राष्ट्र परियोजनाओं को निधि और समर्थन भी देगा।
- भारत में, अनुसंधान के लिए आवंटित धन 2008 में सकल घरेलू उत्पाद के 0.84 प्रतिशत से घटकर 2014 में 0.69 प्रतिशत हो गया है।
क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम
NEP 2020 में मुख्य एजेंडा में से एक शिक्षा में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देना है। इस संबंध में धर्मेंद्र प्रधान ने क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को सूचीबद्ध किया।
- उन क्षेत्रीय भाषाओं की संख्या जिनमें NEET, JEE (Main) जैसी परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, को बढ़ाकर 13 कर दिया गया है।
- शैक्षणिक सत्र 2021-22 से AICTE (आल इंडिया कौंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन) द्वारा अनुमोदित संस्थानों में 8 क्षेत्रीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा की स्वीकृति।
- अंग्रेजी भाषा के ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का 11 क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करने के लिए ‘AICTE ट्रांसलेशन ऑटोमेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल‘।
एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स के लिए नेशनल CoE
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री, अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स के लिए नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) स्थापित करेगी। इसे IIT बॉम्बे के सहयोग से स्थापित किया जाएगा।
- CoE भारतीय और वैश्विक उद्योग की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा।
i.अनुराग ठाकुर ने कहा कि मीडिया और एंटरटेनमेंट (M&E) क्षेत्र भारत में सबसे बड़े बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। 2022 तक इसका मूल्य 34.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
- NFDC हर साल फिल्म उद्योग में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए गोवा में भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में एक फिल्म बाजार का आयोजन करता है। यह सबसे बड़ा दक्षिण एशियाई फिल्म बाजार है और दुनिया भर से निवेशकों को आकर्षित करता है।
- भारत की 15 देशों के साथ ऑडियो-विजुअल को-प्रोडक्शन संधियां भी हैं।
हाल के संबंधित समाचार:
i.8 अप्रैल 2021 को, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने स्कूल शिक्षा के लिए नेशनल एजुकेशन पालिसी (NEP) कार्यान्वयन योजना शुरू की, जिसका नाम है ‘स्टूडेंट्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट थ्रू क्वालिटी एजुकेशन (SARTHAQ)‘।
ii.2 दिसंबर, 2020 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री, रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा प्रदान करने का खाका तैयार करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया। टास्क फोर्स का नेतृत्व उच्च शिक्षा सचिव (अमित खरे) करेंगे।
मिनिस्ट्री ऑफ़ एजुकेशन (MoE) के बारे में
केंद्रीय मंत्री – धर्मेंद्र प्रधान (राज्य सभा – मध्य प्रदेश)
राज्य मंत्री – अन्नपूर्णा देवी (कोडरमा, झारखंड), डॉ सुभाष सरकार (बांकुरा, पश्चिम बंगाल), डॉ राजकुमार रंजन सिंह (आंतरिक मणिपुर, मणिपुर)