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केरल ने PM SHRI स्कूल योजना में शामिल होने के लिए शिक्षा मंत्रालय के साथ MoU पर हस्ताक्षर किए

अक्टूबर 2025 में, केरल सरकार ने प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (PM SHRI) योजना के लिए केंद्र सरकार (CG) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जो सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से एक राष्ट्रीय पहल है।

  • इस समझौते पर नई दिल्ली में केरल के सामान्य शिक्षा सचिव वासुकी और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए।
  • इस समझौते के तहत राज्य के सरकारी स्कूलों के आधुनिकीकरण के लिए अनुमानित 1,446 करोड़ रुपये की राशि जुटाने की योजना है। प्रत्येक चयनित स्कूल को पाँच वर्षों तक औसतन 1 करोड़ रुपये की वार्षिक सहायता मिलेगी।

Exam Hints:

  • क्या? केरल सरकार PM SHRI योजना में शामिल हुई
  • PM SHRI योजना का शुभारंभ: सितंबर 2022
  • स्कूलों का लक्ष्य: 14,500 PM SHRI स्कूल
  • आधार: NEP 2020 के 6 स्तंभ
  • अवधि: 2022-23 से 2026-27
  • लागत: 27360 करोड़ रुपये
  • वित्त पोषण पैटर्न: 60:40, 90:10 और 100%

PM-SHRI योजना के बारे में

शुरूआत: PM SHRI योजना 7 सितंबर, 2022 को शुरू की गई थी।

उद्देश्य: इसका उद्देश्य मौजूदा स्कूलों को गुणात्मक रूप से मजबूत करना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 के कार्यान्वयन को प्रदर्शित करना और उन्हें समय के साथ आदर्श स्कूल बनाना है।

स्कूल लक्ष्य: PM-SHRI योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना (CSS) है, जिसका उद्देश्य 14,500 से अधिक PM-SHRI स्कूल स्थापित करना है, जिनकी देखरेख केंद्रीय विद्यालय, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकार, स्थानीय निकाय, केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और नवोदय विद्यालय समिति (NVS) द्वारा की जाएगी।

छह स्तंभ: PM SHRI स्कूल योजना NEP 2020 से प्राप्त छह प्रमुख स्तंभों के उप-क्षेत्रों के विकास पर आधारित है:

  • स्तंभ 1- पहुँच अवसंरचना – पर्याप्तता, कार्यक्षमता, सौंदर्यबोध और सुरक्षा
  • स्तंभ 2- मानव संसाधन और स्कूल नेतृत्व
  • स्तंभ 3- प्रबंधन, निगरानी और शासन
  • स्तंभ 4- लाभार्थी संतुष्टि
  • स्तंभ 5- पाठ्यक्रम, शिक्षणशास्त्र और मूल्यांकन
  • स्तंभ 6- समावेशी प्रथाएँ और लैंगिक समानता

अवधि: इस योजना की अवधि 2022-23 से 2026-27 तक है, जिसके बाद राज्यों/UT की यह ज़िम्मेदारी होगी कि वे इन स्कूलों द्वारा प्राप्त मानकों को बनाए रखें।

कुल लागत: परियोजना की कुल लागत 5 वर्षों की अवधि में 27360 करोड़ रुपये होगी।

वित्तपोषण पद्धति: CG और SG तथा विधायिका वाले UT (जम्मू और कश्मीर (J&K) को छोड़कर) के बीच वित्तपोषण पद्धति 60:40 है।

  • पूर्वोत्तर (NE) और हिमालयी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के लिए साझेदारी पद्धति 90:10 है और विधायिका रहित केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 100% है।

केरल के बारे में:

मुख्यमंत्री (CM) – पिनाराई विजयन
राज्यपाल – राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर
वन्यजीव अभयारण्य – करिम्पुझा वन्यजीव अभयारण्य और कुरिंजिमाला अभयारण्य
समुद्री बंदरगाह – कोच्चि बंदरगाह