15 जुलाई 2021 को, BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) लेबर & एम्प्लॉयमेंट मिनिस्टर्स (LEMM) की बैठक भारत की अध्यक्षता में हुई थी, जिसकी अध्यक्षता यूनियन मिनिस्टर ऑफ़ लेबर & एम्प्लॉयमेंट भूपेंदर यादव ने की थी।
- बैठक के दौरान सहयोग के चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर चर्चा हुई अर्थात, BRICS राष्ट्रों के बीच सामाजिक सुरक्षा समझौतों को बढ़ावा देना; श्रम बाजारों का औपचारिककरण; श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी; और गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स: लेबर मार्केट में भूमिका।
- बैठक के दौरान BRICS श्रम और रोजगार मंत्रियों की घोषणा 2021 को अपनाया गया।
प्रमुख बिंदु:
i.वैश्विक श्रम बाजार पर COVID-19 के प्रभाव पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
ii.बैठक के दौरान चार श्रम संहिताओं में भारतीय श्रम कानूनों के सरलीकरण और संहिताकरण पर प्रकाश डाला गया, अर्थात, “द कोड ऑन वेजेस 2019”, “द कोड ऑन सोशल सिक्योरिटी 2020”, “द इंडस्ट्रियल रिलेशन्स कोड 2020” एंड “द ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड 2020”
- इन संहिताओं ने श्रम बाजार को औपचारिक रूप दिया, श्रम शक्ति में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि की और श्रम बाजार में गिग और प्लेटफॉर्म श्रमिकों की भूमिका को बढ़ाया।
iii.अंतरराष्ट्रीय प्रवासी कामगारों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए BRICS देशों के बीच सामाजिक सुरक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
iv.“श्रम बाजारों के औपचारिककरण” के मुद्दे पर, BRICS ने अनौपचारिकता से औपचारिकता में संक्रमण को बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
v.BRICS देशों ने भी श्रम बाजार में महिलाओं की निरंतर भागीदारी पर सहमति व्यक्त की और डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास का भी समर्थन किया।
हाल के संबंधित समाचार:
श्रम और रोजगार मंत्रालय ने की धारा 142 को अधिसूचित किया है जो आधार की प्रयोज्यता को कवर करता है। यह श्रम मंत्रालय को असंगठित क्षेत्र में श्रमिकों के आधार डेटा एकत्र करने में सक्षम करेगा।
मिनिस्ट्री ऑफ़ लेबर & एम्प्लॉयमेंट के बारे में:
राज्य मंत्री– रामेश्वर तेली (निर्वाचन क्षेत्र – डिब्रूगढ़, असम)