बिहार और मेघालय के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) में ‘अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्री’ (लंबी थूथन वाला बेल सांप) नामक लंबी थूथन वाली एक नई सांप प्रजाति की खोज की गई है।
शोध विवरण:
i.यह खोज शोध दल द्वारा की गई जिसमें जीशान मिर्जा, सोहम पट्टेकर, सौरभ वर्मा, ब्रायन स्टुअर्ट, जयादित्य पुरकायस्थ, प्रत्यूष महापात्रा और हर्षिल पटेल शामिल हैं।
ii.2021 में, उन्होंने बिहार में एक मृत 4 फीट (ft) लंबा सांप खोजा। डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA) परीक्षण और विस्तृत विश्लेषण के बाद, इसे एक नई प्रजाति के रूप में पुष्टि की गई।
iii.विस्तृत शोध निष्कर्ष जर्नल ऑफ एशिया-पैसिफिक बायोडायवर्सिटी में प्रकाशित किए गए थे।
लंबी थूथन वाले बेल सांपों के बारे में:
i.लंबी थूथन वाले बेल सांप मध्यम आकार के होते हैं, जिनकी लंबाई 4 फीट (ft) तक होती है।
ii.यह नाम लैटिन शब्दों लॉन्गस और रोस्ट्रम से लिया गया है, जिसका अर्थ क्रमशः लंबा और थूथन है।
ii.इसके त्रिकोणीय सिर होते हैं, जो बहुत लंबे थूथन में बदल जाते हैं, जो उनके सिर की लंबाई का लगभग 18% हिस्सा लेते हैं।
iii.वे चमकीले हरे या नारंगी भूरे रंग के होते हैं और आमतौर पर नारंगी पेट वाले होते हैं।
iv.वे जंगली इलाकों और कस्बों और शहरों जैसे मानव-प्रधान वातावरण दोनों में रहते हैं।
भारत की दूसरी सबसे बड़ी तितली प्रजाति ‘साउथर्न बर्डविंग’ तमिलनाडु में पाई गई
भारत की दूसरी सबसे बड़ी तितली प्रजाति, साउथर्न बर्डविंग बटरफ्लाई (ट्रोइड्स मिनोस), तमिलनाडु (TN) के मदुरै जिले में द अमेरिकन कॉलेज के सैटेलाइट कैंपस में पाई गई है।
साउथर्न बर्डविंग बटरफ्लाई के बारे में:
i.साउथर्न बर्डविंग बटरफ्लाई को ‘सह्याद्री बर्डविंग’ भी कहा जाता है।
ii.यह आकार में असाधारण रूप से बड़ा है, जिसका पंख फैलाव 190 मिलीमीटर (mm) है।
iii.साउथर्न बर्डविंग बटरफ्लाई की नर प्रजाति मादा प्रजाति से छोटी होगी।
- नर साउथर्न बर्डविंग बटरफ्लाई के पंख हरे-नीले निशानों के साथ काले होते हैं, जबकि मादाओं के पंख क्रीम रंग के निशानों के साथ अधिक व्यापक पैटर्न वाले होते हैं।
iv.इसे अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की रेड लिस्ट में सबसे कम चिंता के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
v.दक्षिणी बर्ड विंग को आधिकारिक तौर पर 2016 में कर्नाटक की ‘राज्य तितली’ के रूप में नामित किया गया है।
vi.यह 2014 तक विशेष रूप से पश्चिमी घाटों में पाया जाता था, इस खोज के साथ अब यह पूर्वी घाट (अजहागर पहाड़ियों) में पाया जाता है।
नोट: भारत में पाई जाने वाली पहली सबसे बड़ी तितली प्रजाति गोल्डन बर्डविंग है, जिसका पंख फैलाव 194 mm है।
शोधकर्ताओं ने महाराष्ट्र में नए मिरिस्टिका स्वैम्प फॉरेस्ट की खोज की
डोडामर्ग के शोधकर्ताओं के एक समूह ने महाराष्ट्र के कुम्ब्रल में एक नए मिरिस्टिका स्वैम्प फॉरेस्ट की खोज की है।
शोध दल:
इस जंगल की खोज प्रवीण देसाई, विशाल सादेकर और शीतल देसाई ने की है और उनके निष्कर्षों को जर्नल ऑफ थ्रेटेंड टैक्सा में प्रकाशित किया गया है।
मिरिस्टिका स्वैम्प फॉरेस्ट के बारे में:
i.मिरिस्टिका स्वैम्प दुर्लभ, मीठे पानी के स्वैम्प फॉरेस्ट हैं, जो ‘मिरिस्टिकेसी’ परिवार से संबंधित हैं।
- वे मैंग्रोव की तरह हैं, लेकिन मैंग्रोव खारे पानी में पनपते हैं, जबकि मिरिस्टिका को ताजे पानी की आवश्यकता होती है।
ii.यह स्वैम्प फॉरेस्ट एक पवित्र उपवन का हिस्सा है जिसे स्थानीय समुदाय ने भगवान शिव के सम्मान में सदियों से संरक्षित किया है, जिसे भालंदेश्वर के नाम से जाना जाता है।
iii.पवित्र उपवन 8,200 वर्ग मीटर (sqm) में फैला हुआ है जिसमें पौधों की 39 प्रजातियों का दस्तावेजीकरण किया गया है। स्वैम्प फॉरेस्ट में 70 व्यक्तियों की प्रमुख उपस्थिति मिरिस्टिका मैग्निफ़िका की है।
iv.वे अवशेष उष्णकटिबंधीय पारिस्थितिकी तंत्र हैं, जो पश्चिमी घाट में फैले हुए हैं।
v.इस जंगल में लुप्तप्राय मिरिस्टिका मैग्निफ़िका है, जो महाराष्ट्र में अपनी तरह का दूसरा जंगल है, पहला सिंधुदुर्ग जिले के हेवाले-बाम्बार्डे में स्थित है।
हाल ही के संबंधित समाचार:
शोधकर्ताओं ने पूर्वोत्तर भारत में बेंट-टोड गेको, एक प्रकार की छोटी छिपकली की 6 नई प्रजातियों की खोज की है। इन 6 नई प्रजातियों में से 2-2 अरुणाचल प्रदेश (AR) और नागालैंड से और एक-एक मणिपुर और मिज़ोरम से हैं।
- ये 6 नई प्रजातियाँ: नमदाफा बेंट-टोड गेको; सियांग-वैली बेंट-टोड गेको; किफिर बेंट-टोड गेको; बरेल हिल बेंट-टोड गेको; नेंगपुई बेंट-टोड गेको; और मणिपुर बेंट-टोड गेको हैं।
बिहार के बारे में:
मुख्यमंत्री (CM) – नीतीश कुमार
राज्यपाल – राजेंद्र वर्ल्डनाथ आर्लेकर
हवाई अड्डे – गया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, लोक नायक जयप्रकाश हवाई अड्डा
त्यौहार – बिशारी पूजा, पितृपक्ष मेला
तमिलनाडु (TN) के बारे में:
मुख्यमंत्री (CM) – मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन
राज्यपाल – रवींद्र नारायण रवि
वन्यजीव अभ्यारण्य – ग्रिजल्ड जायंट स्क्विरल वन्यजीव अभ्यारण्य, कन्याकुमारी वन्यजीव अभ्यारण्य
प्राणी उद्यान – अरिग्नार अन्ना प्राणि उद्यान, अमिर्थी प्राणि उद्यान