हकलाने के बारे में जागरूकता पैदा करने और हकलाने और इससे जुड़े कलंक के बारे में जानकारी के विस्तार के लिए 22 अक्टूबर को दुनिया भर में प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस (ISAD) मनाया जाता है।
हकलाहट के इस जागरूकता अभियान 2009 से समुद्री हरे रंग के रिबन को प्रतीक के रूप में इस्तेमाल करता है।
पृष्ठभूमि:
i.1998 में, 22 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय हकलाहट जागरूकता दिवस के रूप में इसे स्थापित किया गया था।
ii.इस पहल का नेतृत्व ओकलैंड, कैलिफोर्निया के माइकल सुगरमैन ने किया था।
iii.पहला ISAD 22 अक्टूबर 1998 को मनाया गया था।
ISAD ऑनलाइन सम्मेलन 2021:
i.ISAD ऑनलाइन सम्मेलन 2021 (1 से 31 अक्टूबर 2021) 24वें ISAD ऑनलाइन सम्मेलन को चिह्नित करता है।
ii.ISAD ऑनलाइन सम्मेलन 2021 का विषय “स्पीक द चेंज यू विश टू सी”।
हकलाना क्या है?
i.हकलाहट, जिसे तोतलापन या बचपन-शुरुआत वाणी प्रवाह विकार के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसा भाषण विकार है जो किसी व्यक्ति की धाराप्रवाह बोलने की क्षमता को प्रभावित करता है।
ii.इस विकार की विशेषता ध्वनियों, शब्दांशों या शब्दों की पुनरावृत्ति; ध्वनियों का लम्बा होना; और भाषण में रुकावट हैं जिसे ब्लॉक के रूप में जाना जाता है।
iii.हकलाहट की भाषण कठिनाइयों के साथ-साथ तेजी से पलक झपकना, चेहरे पर टिक्स, सिर में झटके या मुट्ठियां भींचना हो सकता है।
प्रकार: विकासात्मक हकलाहट, न्यूरोजेनिक हकलाहट, और साइकोजेनिक हकलाहट