हमारे ग्रह के भविष्य को सुरक्षित करने में रीसाइक्लिंग के महत्व को पहचानने और मनाने में मदद करने के लिए 18 मार्च को दुनिया भर में प्रतिवर्ष वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस मनाया जाता है।
वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस पुनर्चक्रण की दिशा में एक वैश्विक दृष्टिकोण के उद्देश्य से कार्रवाई का दिन है और विश्व के नेताओं, अंतर्राष्ट्रीय व्यवसायों, समुदायों और व्यक्तियों को पुनर्चक्रण के लिए अपने दृष्टिकोण में सात स्पष्ट प्रतिबद्धताओं को बनाने के लिए बुला रहा है।
वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस 2022:
वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस 2022 की घटनाओं की थीम ‘पुनर्चक्रण बंधुत्व’ (‘Recycling Fraternity’) पर केंद्रित होगी, जो कई लॉकडाउन के दौरान कचरे को इकट्ठा करने और रीसाइक्लिंग के लिए खुद को अग्रिम पंक्ति में रखते हैं।
पृष्ठभूमि:
i.वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस पुनर्चक्रण उद्योग के वैश्विक महासंघ, अंतर्राष्ट्रीय पुनर्चक्रण ब्यूरो (BIR) की एक पहल है, जो पुनर्चक्रण के सतत और समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
ii.अक्टूबर 2018 में BIR और संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO) द्वारा गठित ग्लोबल रीसाइक्लिंग फाउंडेशन द्वारा इस दिन को बढ़ावा दिया जाता है।
iii.पहला वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस 18 मार्च 2018 को मनाया गया, जिसने BIR की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ को भी चिह्नित किया।
पुनर्चक्रण:
पुनर्चक्रण सामग्री को इकट्ठा करने और संसाधित करने और उन्हें नए उत्पादों में बदलने की प्रक्रिया है जिसे अन्यथा कचरे के रूप में फेंक दिया जाता है।
पुनर्चक्रण की 3R की रूपरेखा मना करना या कम करना, पुन: उपयोग करना और पुनर्चक्रण करना (Refuse or Reduce, Reuse, and Recycle) है।
पुनर्चक्रण योगय्:
पुनर्चक्रण योग्य सामग्री जिन्हें ‘7वें संसाधन’ के रूप में भी जाना जाता है, CO2 उत्सर्जन में 700 मिलियन टन से अधिक की बचत करते हैं और 2030 तक इसके बढ़कर लगभग 1 बिलियन टन होने का अनुमान है।
यह ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को भी कम करता है जो जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायता करेगा।
भारत में अपशिष्ट प्रबंधन योजनाएं:
i.भारत सरकार ने भारत में प्रभावी अपशिष्ट और प्रदूषण प्रबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के एक हिस्से के रूप में ‘स्वच्छ भारत मिशन (SBM)‘, ‘राष्ट्रीय जल मिशन (NWM)‘ और ‘अपशिष्ट से ऊर्जा (WTE)‘ जैसी कई बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय पहल की हैं।
ii.SBM (शहरी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरी भारत में लगभग 1.45 टन/दिन नगरपालिका ठोस अपशिष्ट (NSW) उत्पन्न होता है।
नोट:
भारत दुनिया में ई-कचरे के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है, जो हर साल लगभग 2 मिलियन टन ई-कचरा उत्पन्न करता है।
अंतर्राष्ट्रीय पुनर्चक्रण ब्यूरो (BIR) के बारे में:
राष्ट्रपति– टॉम बर्ड
मुख्यालय– ब्रुसेल्स, बेल्जियम
स्थापित- 1948