संयुक्त राष्ट्र (UN) का विश्व शतरंज दिवस प्रतिवर्ष 20 जुलाई को दुनिया भर में शतरंज गतिविधि के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के प्रति विश्व शतरंज संघ या अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) की भूमिका को उजागर करने और विश्व के लोगों के बीच सद्भाव में सुधार के लिए मनाया जाता है।
यह दिन सतत विकास और सतत विकास लक्ष्यों (SDG) के 2030 एजेंडा के कार्यान्वयन में शतरंज के महत्व पर भी केंद्रित है।
विश्व शतरंज दिवस 2021 FIDE की 97वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक है।
पृष्ठभूमि:
i.FIDE की एक पहल के रूप में, अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस, 20 जुलाई को 1966 से दुनिया भर के शतरंज खिलाड़ियों द्वारा मनाया जाता रहा है।
ii.संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 12 दिसंबर 2019 को संकल्प A/RES/74/22 को अपनाया और हर साल 20 जुलाई को विश्व शतरंज दिवस के रूप में मनाने को घोषित किया।
iii.संयुक्त राष्ट्र का पहला विश्व शतरंज दिवस 20 जुलाई 2020 को मनाया गया।
20 जुलाई क्यों?
यह तारीख 1924 में पेरिस में FIDE (Fédération Internationale des Échecs) की स्थापना का प्रतीक है।
शतरंज:
i.शतरंज 2 खिलाड़ियों के लिए एक 64-वर्ग का बिसात का खेल है, जो 8×8 वर्ग से बना है, जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी के लिए 16 टुकड़े (8 पॉन्स, 2 घोड़े, 2 बिशप, 2 हाथी, 1 रानी और 1 राजा) होते हैं।
ii.यह सबसे प्राचीन, बौद्धिक और सांस्कृतिक खेलों में से एक है जो खेल, वैज्ञानिक चिंतन और कला को जोड़ती है।
iii.वर्तमान में, इस खेल के 2000 से अधिक पहचान योग्य संस्करण हैं।
इतिहास:
i.शतरंज का आविष्कार भारत में पांचवीं शताब्दी में हुआ था। तब इसका नाम “चतुरंगा“ था।
ii.चतुरंगा की उत्पत्ति गुप्ता काल (लगभग 319 – 543 CE) के दौरान उत्तरी भारतीय उपमहाद्वीप में हुई थी।
विश्व विजेता:
विश्व शतरंज चैंपियन– मैग्नस कार्लसन (नॉर्वे)
महिला विश्व शतरंज चैंपियन– वेंजुन जू (चीन)
अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) के बारे में:
अध्यक्ष– अर्कडी ड्वोरकोविच
मुख्यालय– लॉसेन, स्विट्ज़रलैंड
स्थापना- 1924 में पेरिस, फ्रांस