संयुक्त राष्ट्र (UN) का विश्व जनसंख्या दिवस प्रतिवर्ष 11 जुलाई को दुनिया भर में मनाया जाता है ताकि परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, गरीबी, मातृ स्वास्थ्य और मानव अधिकार और पर्यावरण और विकास के साथ उनके संबंध जैसे जनसंख्या के मुद्दों की तात्कालिकता और महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके।
पृष्ठभूमि:
i.विश्व जनसंख्या दिवस पहली बार 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल द्वारा, 11 जुलाई 1987 को पांच अरब दिवस, जिस दिन दुनिया की आबादी 5 बिलियन तक पहुंच गई थी उसके अवलोकन के बाद स्थापित किया गया था।
ii.संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने दिसंबर 1990 में इस संकल्प को अपनाया और 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के उत्सव को जारी रखने का निर्णय लिया।
iii.पहला संयुक्त राष्ट्र का विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 1990 को मनाया गया था।
विश्व जनसंख्या रुझान:
i.2011 में, वैश्विक जनसंख्या 7 बिलियन हो गई और 2021 तक वैश्विक जनसंख्या 7.7 बिलियन हो गई।
ii.जनसंख्या 2030 में लगभग 8.5 बिलियन, 2050 में 9.7 बिलियन और 2100 में 10.9 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है।
iii.2007 तक, अधिकांश लोग ग्रामीण क्षेत्रों के बजाय शहरी क्षेत्रों में रहते थे।
उच्चतम जनसंख्या वृद्धि दर वाले शीर्ष 5 देश:
रैंक | देश | वृद्धि % प्रतिवर्ष | कुल जनसंख्या |
---|---|---|---|
1 | सीरिया | 4.64% | 1.71 करोड़ |
2 | नाइजर | 3.66% | 2.33 करोड़ |
3 | अंगोला | 3.40% | 3.18 करोड़ |
4 | बेनिन | 3.39% | 1.18 करोड़ |
5 | युगांडा | 3.35% | 4.43 करोड़ |
UP की जनसंख्या नीति 2021-2030:
i.विश्व जनसंख्या दिवस 2021 के अवसर पर, उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री (CM) योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के लिए जनसंख्या नीति 2021-2030 का उद्घाटन किया।
ii.उद्देश्य: महिलाओं में सकल प्रजनन दर को 2026 तक 2.1 और 2030 तक 1.9 तक लाना।
iii.जनसंख्या नीति 2021-2030 के तहत परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत गर्भनिरोधक उपायों की पहुंच बढ़ाने और सुरक्षित गर्भपात के लिए एक उचित प्रणाली प्रदान करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।