सार्वजनिक सेवा प्रसारण दिवस (PSBD), जिसे जन प्रसारण दिवस के रूप में भी जाना जाता है, 12 नवंबर को पूरे भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जो 1947 में ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के स्टूडियो में महात्मा गांधी की पहली और एकमात्र यात्रा की याद में मनाया जाता है, जिसे अब नई दिल्ली (दिल्ली) में आकाशवाणी के रूप में जाना जाता है।
पृष्ठभूमि:
i.भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद, महात्मा गांधी ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में डेरा डाले हुए शरणार्थियों (पाकिस्तान से) को संबोधित करने के लिए ब्रॉडकास्टिंग हाउस, नई दिल्ली में AIR स्टूडियो का दौरा किया।
ii.गांधी की AIR यात्रा के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 12 नवंबर 1997 को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
iii.2001 में, हर साल 12 नवंबर को लोक सेवा प्रसारण दिवस के रूप में घोषित किया गया था। इस आयोजन की संकल्पना जन प्रसार के संयोजक सुहास बोरकर ने की थी।
ऑल इंडिया रेडियो (AIR):
i.AIR भारत का एक लोक सेवा प्रसारणकर्ता और प्रसार भारती का रेडियो वर्टिकल है।
ii.AIR की होम सर्विस में पूरे भारत में फैले 479 स्टेशन शामिल हैं, जो भारत के लगभग 92% क्षेत्र और कुल आबादी के 99.19% तक पहुँचते हैं।
iii.AIR 23 भाषाओं और 179 बोलियों में प्रोग्रामिंग करता है।
2024 के कार्यक्रम:
i.PSBD 2024 आकाशवाणी भवन में मनाया गया। यह उत्सव पूरे देश में सांस्कृतिक विविधता को सूचित करने, शिक्षित करने और बढ़ावा देने में आकाशवाणी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है।
ii.कार्यक्रम के दौरान, प्रसार भारती के अध्यक्ष नवनीत कुमार सहगल ने राष्ट्र के प्रति महात्मा गांधी की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
iii.कार्यक्रम के दौरान आकाशवाणी की महानिदेशक (DG) डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौर, दूरदर्शन की महानिदेशक कंचन प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के बारे में:
1936 में, भारतीय राज्य प्रसारण सेवा को आकाशवाणी में बदल दिया गया।
महानिदेशक (DG)– डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौर
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली