उत्पादकता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 12 फरवरी को पूरे भारत में राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस मनाया जाता है, ताकि संसाधनों के अधिकतम उपयोग के साथ अधिकतम उत्पादन की योजना बनाई जा सके और हासिल की जा सके। इस दिन का आयोजन राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (NPC) द्वारा किया जाता है।
उद्देश्य:
i.उन सभी संबंधित अवधारणा की ओर ध्यान आकर्षित करना और समकालीन प्रासंगिक विषयों के साथ उत्पादकता साधनों और तकनीकों के कार्यान्वयन को प्रोत्साहित करना
ii.उत्पादकता, गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धा और दक्षता चेतना को बढ़ावा देना
पृष्ठभूमि:
12 फरवरी को राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस NPC के गठन का प्रतीक है, जो उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संगठन है।
राष्ट्रीय उत्पादक दिवस से 7 दिन बाद तक राष्ट्रीय उत्पादक सप्ताह (12 फरवरी से 18 फरवरी) के रूप में मनाया जाएगा।
आयोजन:
i.राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस के हिस्से के रूप में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) ने राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह का उद्घाटन किया है।
ii.NCL का औद्योगिक इंजीनियरिंग विभाग (IED) राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह के दौरान सभी कोयला परियोजनाओं और इकाइयों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करेगा।
राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (NPC):
i.NPC टोक्यो स्थित एशियाई उत्पादकता संगठन (APO) का एक घटक है, जो एक अंतर-सरकारी निकाय है। भारत APO का संस्थापक सदस्य है।
ii.NPC की स्थापना उत्पादकता के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए की गई थी।
iii.NPC औद्योगिक इंजीनियरिंग, कृषि-व्यवसाय, आर्थिक सेवा, गुणवत्ता प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी प्रबंधन, ऊर्जा प्रबंधन, पर्यावरण प्रबंधन में प्रशिक्षण सेवाओं पर परामर्श प्रदान कर रही है।
राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (NPC) के बारे में:
अध्यक्ष- गुरुप्रसाद महापात्र
महानिदेशक- अरुण कुमार झा
मुख्यालय- नई दिल्ली, दिल्ली