राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस हर साल पूरे भारत में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के साथ-साथ उनकी रोकथाम और उपचार में आयुर्वेद की संभावित भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करना है।
यह दिन धन्वंतरि जयंती या धनतेरस पर मनाया जाता है, जो आयुर्वेद के हिंदू भगवान धन्वंतरि का सम्मान करने वाला त्योहार है।
- “धनतेरस” दो शब्दों से मिलकर बना है “धन” जिसका अर्थ संपत्ति है और “तेरस” जिसका अर्थ “13” है।
- यह दिन हिंदू कैलेंडर के अनुसार अश्विन महीने में कृष्ण पक्ष के 13वें दिन मनाया जाता है।
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2023 10 नवंबर 2023 को पड़ता है और 8वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
- राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2022 23 अक्टूबर 2022 को मनाया गया और राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2021 2 नवंबर 2021 को मनाया गया।
आयुर्वेद दिवस 2023 का मुख्य विषय “आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ” है, जिसकी टैगलाइन ‘आयुर्वेद फॉर एव्रीवन ऑन एव्री डे’ (हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद) मानव-पशु-पौधे-पर्यावरण इंटरफ़ेस पर केंद्रित है।
पृष्ठभूमि:
i.आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (AYUSH) मंत्रालय ने आयुर्वेद को मुख्यधारा में बढ़ावा देने के इरादे से 2016 में धन्वंतरि जयंती, जिसे धनतेरस भी कहा जाता है, को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में घोषित किया।
ii.यह पहल आयुष मंत्रालय और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) द्वारा समर्थित है।
iii.भारत में पहला राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 28 अक्टूबर 2016 को मनाया गया था।
2023 का पालन:
i.2023 में, ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ के वैश्विक अभियान की वकालत करते हुए, राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस को 100 देशों में वैश्विक स्तर पर मनाया जाना तय किया गया था।
- ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ के वैश्विक संदेश के साथ यह अभियान न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में एक महीने तक सफलतापूर्वक चलाया गया।
ii.’आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ‘ का केंद्रीय विषय 3 प्रमुख स्तंभों के आसपास: ‘आयुर्वेद फॉर स्टूडेंट्स, आयुर्वेद फॉर फार्मर्स, एंड आयुर्वेद फॉर पब्लिक हेल्थ’, ‘आयुर्वेद फॉर एव्रीवन ऑन एव्री डे’ के एक शानदार संदेश के साथ घूमना चाहिए।
- यह विषय भारत की G20 प्रेसीडेंसी की विषय ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के अनुरूप है।
उद्देश्य:
आयुर्वेद दिवस का मुख्य उद्देश्य आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर ले जाना और इसे आम लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बनाना, इसे मनुष्यों, जानवरों, पौधों और पर्यावरण की भलाई के लिए एक वैश्विक संसाधन के रूप में स्थापित करना है।
आयुर्वेद क्या है?
i.संस्कृत से व्युत्पन्न, ‘आयुर्वेद’ ‘आयु’ (जीवन) और ‘वेद’ (ज्ञान/विज्ञान) को जोड़ता है।
ii.समृद्ध भारतीय संस्कृति में निहित, आयुर्वेद एक समग्र औषधीय प्रणाली है।
iii.आयुर्वेद को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में मान्यता प्राप्त हुई।
आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ अभियान:
i.यह 10 अक्टूबर से 9 नवंबर 2023 तक ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ संदेश के साथ आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित एक महीने तक चलने वाला वैश्विक अभियान है।
- इस अभियान का अनावरण 10 अक्टूबर 2023 को केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, आयुष मंत्रालय द्वारा किया गया था।
- अभियान का समापन समारोह 9 और 10 नवंबर 2023 को पंचकुला, हरियाणा में आयोजित किया गया था।
ii.अभियान की डिजिटल उपस्थिति लगभग 90 देशों में गूंजी, जो इसके दूरगामी प्रभाव को दर्शाती है।
iii.‘आयुर्वेद दिवस’ के आयोजन के लिए नोडल एजेंसी, सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (CCRAS) ने इस वेबसाइट के माध्यम से दुनिया भर के लोगों को अभियान से जोड़ने के लिए एक माइक्रो वेबसाइट www.ayurvedaday.org.in विकसित की है। .
2023 घटनाएँ:
i.केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री मुंजपारा महेंद्रभाई ने 8वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के संदर्भ में आयोजित एक सम्मेलन में भाग लिया।
- सम्मेलन के साथ-साथ ‘आयुर्वेद महापर्व’ एक्सपो और 8 राज्यों के राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM) की समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई।
ii.आठवें आयुर्वेद दिवस का मुख्य समारोह धन्वंतरि दिवस (10 नवंबर 2023) के अवसर पर इंद्रधनुष सभागार, पंचकुला में आयोजित किया गया था।
आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (AYUSH) मंत्रालय के बारे में:
केंद्रीय मंत्री– सर्बानंद सोनोवाल (राज्यसभा असम)
राज्य मंत्री– डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई कालूभाई (निर्वाचन क्षेत्र- सुरेंद्रनगर, गुजरात)